पहली बार हॉकी का एशिया कप जीत बेटियां खुश

जूनियर एशिया कप में भारत ने रचा इतिहास
खेलपथ संवाद
काकामीगहारा (जापान):
भारत की जूनियर महिला हॉकी टीम ने इतिहास रच दिया है। टीम ने जूनियर महिला एशिया कप का खिताब जीत लिया है। भारत ने पहली बार इस टूर्नामेंट को अपने नाम किया है। फाइनल में टीम इंडिया के सामने दक्षिण कोरिया की चुनौती थी। टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे सफल टीम दक्षिण कोरिया को भारत ने 2-1 से हराया। दक्षिण कोरिया ने सबसे ज्यादा 4 बार टूर्नामेंट को अपने नाम किया है। इस टूर्नामेंट का आयोजन 2021 में ही होना था लेकिन कोरोना की वजह से दो साल की देरी से खेला गया।
पहला क्वार्टर गोल रहित बराबर रहने के बाद भारत ने 22वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर अनु के गोल की बदौलत बढ़त बनाई। जापान के खिलाफ सेमीफाइनल की निराशा को पीछे छोड़ते हुए अनु ने गोलकीपर के बाईं ओर से गोल दागते हुए भारत को 1-0 से आगे किया। दक्षिण कोरिया ने हालांकि तीन मिनट बाद पार्क सियो यिओन के गोल की बदौलत स्कोर 1-1 कर दिया। नीलम ने 41वें मिनट में दक्षिण कोरिया की गोलकीपर के दाईं ओर से गोल दागकर भारत को 2-1 से आगे कर दिया जो निर्णायक स्कोर साबित हुआ।
भारतीय टीम ने इसके बाद अंतिम क्वार्टर में अपनी बढ़त बरकरार रखते हुए जीत दर्ज की। दक्षिण कोरिया को पेनल्टी कॉर्नर के रूप में गोल करने के कई मौके मिले लेकिन टीम इसका फायदा नहीं उठा सकी। इससे पहले महिला जूनियर एशिया कप में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2012 में था जब टीम बैंकॉक में पहली बार फाइनल में पहुंची थी लेकिन चीन से 2-5 से हार गई।

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