धरने का समर्थन करने वाले पहलवान देश के लिए खेलेंगे
पहलवान रवि और सरिता ने दी सहमति
30 से अधिक पहलवान जाएंगे बिश्केक
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे बजरंग, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट का समर्थन करने वाले कई नामी पहलवान कुश्ती के मैट पर लौट रहे हैं। जनवरी में जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने में शामिल होने वाले टोक्यो ओलंपिक रजत पदक विजेता रवि कुमार, टोक्यो ओलंपिक में पांचवें स्थान पर रहने वाले दीपक पूनिया, एशियाई चैंपियन सरिता मोर ने एक से चार जून को बिश्केक (किर्गिस्तान) में होने वाले तीसरे रैंकिंग टूर्नामेंट में देश के लिए खेलने को तैयार हैं। भारतीय ओलंपिक संघ की तदर्थ समिति ने टूर्नामेंट के लिए इन पहलवानों की प्रविष्टि भी भेज दी है। जल्द ये पहलवान टूर्नामेंट की तैयारियों को लगने वाले राष्ट्रीय शिविर में शामिल होंगे।
सरिता मोर को छोड़कर ये पहलवान इस बार के धरने में शामिल नहीं हुए, लेकिन पहलवानों का समर्थन करते रहे। खेल मंत्रालय की ओर से कुश्ती संघ के चुनाव रद्द किए जाने के बाद रैंकिंग टूर्नामेंट के लिए टीम भेजी जानी थी। इसके लिए दूसरे रैंकिंग टूर्नामेंट में खेलने वाले पहलवानों से बिश्केक टूर्नामेंट के बारे में पूछा गया। रवि कुमार दूसरे रैंकिंग टूर्नामेंट में नहीं खेले थे, लेकिन इस बार उन्होंने 57 के बजाय 61 भारवर्ग में खेलने को हामी भर दी। दीपक पूनिया बिश्केक में 92 के बजाय 86 भारवर्ग में खेलेंगे। जनवरी में धरने पर बैठने वाली अंशु मलिक (57) और सोनम मलिक (62) का भी बिश्केक टूर्नामेंट के लिए टीम में चयन किया गया है। टूर्नामेंट के लिए 30 से अधिक पहलवानों की प्रविष्टि भेजी गई है।
जल्द शुरू होगा भारतीय टीम का शिविर
आईओए कार्यकारिणी सदस्य भूपेंदर सिंह बाजवा की अगुवाई में तदर्थ समिति ने सोमवार को कुश्ती की गतिविधियां शुरू कराने के लिए पुरुष और महिला फ्रीस्टाइल टीमों के अलावा ग्रीको रोमन टीम के चीफ कोच और खेल प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में पहलवानों की तैयारी के लिए राष्ट्रीय शिविर जल्द से जल्द लगाने पर चर्चा हुई। बिश्केक जाने वाली टीम का शिविर जल्द शुरू कर दिया जाएगा। रैंकिंग कुश्ती टूर्नामेंट एक से चार जून तक बिश्केक (किर्गिस्तान) में खेला जाना है, जो एशियाई खेलों के लिए महत्वपूर्ण है।
किसानों ने तोड़े बैरिकेड्स, पुलिस का अप्रिय घटना से इन्कार
पहलवानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए सोमवार को कई किसानों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़ दिए। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने किसी भी तरह की अप्रिय घटना से इन्कार किया है। घटना के मद्देनजर सामने आए वीडियो में किसानों को बैरिकेड्स पर चढ़ते, घसीटते और उन्हें धकेलते हुए दिखाया गया है। नई दिल्ली के पुलिस उपायुक्त प्रणव तायल ने ट्वीट कर कहा, धरनास्थल पर पहुंचने की जल्दबाजी में कुछ किसानों ने नियम तोड़ने का प्रयास किया। किसानों को धरनास्थल पर ले जाने के लिए बैरिकेड्स हटा दिए गए थे और उनसे शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की अपील की गई। प्रदर्शनकारियों के साथ पुलिस की कोई झड़प नहीं हुई। जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों को सुविधाएं दी जा रही हैं। सभी से अनुरोध है कि अफवाहों पर ध्यान न दें।