नीरज चोपड़ा ने दिया पहलवानों को समर्थन

आज सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई
पीटी ऊषा की बात सुन साक्षी और विनेश रोईं
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारतीय एथलीट और टोक्यो ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने पहलवानों के प्रदर्शन को लेकर दुख जाहिर किया है। उन्होंने लिखा कि पहलवान इतनी मेहनत करते हैं और उनको इस हालत में देखना दुखी है। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि इस मामले पर त्वरित कार्रवाई की जानी चाहिए और जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए।
जनवरी में पहलवानों ने पहली बार कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन किया था। पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर में धरने पर बैठे थे। पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष पर मनमाने तरीके से संघ चलाने और कई महिला पहलवानों का यौन शोषण करने के आरोप लगाए थे। इसके बाद बृजभूषण शरण सिंह को कुश्ती संघ के कामकाज से दूर कर दिया गया और उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए समिति बना दी गई। इस समिति ने पांच अप्रैल को अपनी रिपोर्ट सौंप दी, लेकिन इसे सार्वजनिक नहीं किया गया। इसके बाद पहलवानों ने रविवार (23 अप्रैल) को फिर से दिल्ली के जंतर-मंतर में प्रदर्शन शुरू कर दिया। 
जांच समिति की सदस्य रहीं बबिता फोगाट ने समिति की रिपोर्ट से असहमति जताई है और एक सदस्य पर बदसलूकी के आरोप भी लगाए हैं। वहीं, पहलवान ने राजनीतिक दलों से भी समर्थन मांगा है और उन्हें कई राजनेताओं का समर्थन मिल रहा है। इस बीच बृजभूषण सिंह ने खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए पूरी ताकत लगाने के संकेत दिए हैं।
भारतीय ओलम्पिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा ने आईओए की कार्यकारी समिति की बैठक के बाद कहा,‘‘पहलवानों का सड़क पर प्रदर्शन करना अनुशासनहीनता है। इससे भारत की छवि खराब हो रही है ।’’ पीटी ऊषा की बात सुनते ही साक्षी और विनेश रो पड़ीं। साक्षी ने कहा- ये सुनकर बहुत दुख हुआ क्योंकि एक महिला खिलाड़ी होकर भी वह महिला खिलाड़ियों की नहीं सुन रही हैं। हम बचपन से उनको फॉलो करते आए हैं। उनसे प्रेरित भी हुए हैं कि उन्होंने देश के लिए इतना अच्छा किया है। हमने कहां अनुशासनहीनता कर दी? हम तो शांति से यहां बैठे हैं। अगर हमारी सुनवाई हो जाती तो हम यहां बैठते भी नहीं। तीन महीने इंतजार करने के बाद हम यहां बैठे हैं।
कुश्ती संघ के संचालन के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन हो चुका है। इस समिति ने संघ का कामकाज देखना शुरू कर दिया है और 45 दिन के अंदर संघ के चुनाव कराएगी। वहीं, बृजभूषण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें सुनवाई होनी है। सात महिला पहलवानों ने बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं, आरोप लगाने वाली पहलवानों में एक नाबालिग भी शामिल है।

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