एशिया कप के लिए 16 तीरंंदाजों का दल रवाना

चीनी ताइपे में 13 से 20 मार्च तक होगा एशिया कप स्टेज-1
खेलपथ संवाद
सोनीपत।
एशिया कप स्टेज-1 के लिए साई सोनीपत से भारतीय तीरंदाजों और कोचों का दल चीनी ताइपे के लिए रवाना हो गया है। इस दल में चुने गए 16 तीरंदाज, कोच और अन्य सदस्य शामिल हैं। प्रतियोगिता में एशिया के देशों के तीरंदाज भाग ले रहे हैं। 
सोनीपत, साई की कार्यकारी निदेशक ललिता शर्मा ने बताया कि चीनी ताइपे में 13 से 20 मार्च तक एशिया कप स्टेज-1 का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए साई सोनीपत में आयोजित ट्रायल में देशभर के तीरंदाजों में से 16 तीरंदाज चुने गए थे। 28 फरवरी से 10 मार्च तक तीरंदाजों का नेशनल कैंप सोनीपत में लगाया गया। 10 दिन के नेशनल कैंप में तीरंदाजों ने सुबह-शाम कड़ा अभ्यास करते हुए लक्ष्य साधे।
भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के उत्तरी क्षेत्रीय केंद्र, बहालगढ़ से भारतीय तीरंदाजी दल ताइवान (चीनी ताइपे) के लिए रवाना हो गया। ताइवान में 16 भारतीय तीरंदाज एशिया कप स्टेज-1 में भाग लेंगे। भारतीय दल दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से रवाना हुआ। प्रतियोगिता में एशियाई के देशों के तीरंदाज अपने देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। ट्रायल के बाद बहालगढ़ स्थित साई केंद्र में ही देशभर के उत्कृष्ट तीरंदाजों का राष्ट्रीय शिविर लगाया गया था। सभी साई में ही अभ्यास कर रहे थे।
साई की कार्यकारी निदेशक ललिता शर्मा ने बताया कि ताइवान में 13 से 20 मार्च तक एशिया कप स्टेज-1 का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए बहालगढ़ स्थित साई केंद्र में ही ट्रायल आयोजित कर देशभर के तीरंदाजों में से 16 सदस्यीय तीरंदाजों का दल चुना गया था। इसके बाद साई में ही 28 फरवरी से 10 मार्च तक तीरंदाजों का राष्ट्रीय शिविर लगाया गया। 10 दिन के शिविर में तीरंदाजों से कड़ा अभ्यास कराया गया। रविवार को भारतीय दल ताइवान के लिए रवाना हो गया। भारतीय दल में 16 खिलाड़ियों के साथ चार प्रशिक्षक, दो फिजियोथेरेपिस्ट और हाई परफार्मेंस डायरेक्टर संजीवा सिंह भी रवाना हुए।
यह तीरंदाज कर रहे देश का प्रतिनिधित्व
ये तीरंदाज हैं दल में शामिलः रिकर्व मैन के लिए नीरज चौहान, बी. धीरज, अतानु दास, तरुणदीप राय, रिकर्व वुमन में अदिति जायसवाल, भजन कौर, अंकिता भकत और सिमरनजीत कौर का चयन किया गया।
कंपाउंड (पुरुष) : प्रथमेश जवाहर, रजत चौहान, ओजस देवताले और ऋषभ यादव, कम्पाउंड (महिला) : अवनीत कौर, वी. ज्योति सुरेखा, अदिति गोपीचंद स्वामी और साक्षी चौधरी।

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