दिल्ली हाईकोर्ट से पहलवानों को मिली राहत

चयन स्पर्धा में भाग ले सकते हैं पांच खिलाड़ी
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने गुरुवार (नौ मार्च) को पांच पहलवानों को भारतीय कुश्ती महासंघ की ओर से आयोजित एशियाई चैंपियनशिप की चयन ट्रायल स्पर्धा में भाग लेने की अनुमति प्रदान कर दी। जस्टिस प्रतिभा एम सिंह ने विशेष सुनवाई में याचिकाकर्ता पहलवानों अनुज कुमार, चंदर मोहन, विजय अंकित और सचिन मोर को भाग लेने की अनुमति दी जा सकती है और योग्यता के आधार पर आकलन किया जा सकता है। साथ ही कहा कि चयन के मामले में अंतिम निर्णय चयन समिति का होगा।
एशियाई चैम्पियनशिप 9 से 14 अ्रपैल तक कजाखस्तान के अस्ताना में होगी। इन पांच पहलवानों ने चयन स्पर्धाओं में शामिल न किए जाने पर कुश्ती महासंघ के निर्णय को चुनौती दी और इसे अनुचित बताया था। खेल मंत्रालय और भारतीय कुश्ती महासंघ की ओर से पेश वकील मनीष मोहन ने कहा कि महासंघ के अधिकारियों के खिलाफ कई आरोप हैं। ऐसे में एक निगरानी समिति गठित की हुई है जिसमें योगेश्वर दत्त और बबीता फोगाट जैसे बड़े पहलवान शामिल हैं। चयन मापदंड उनकी ओर से ही बनाया गया है और ये पहलवान मापदंड के मानकों पर पूरे नहीं उतर रहे हैं। 
पहलवानों की ओर से कहा कि अनुज कुमार राष्ट्रीय खेल 2022 में अपने भारवर्ग में स्वर्ण पदक विजेता हैं और यह सीनियर नेशनल चैंपियनशिप से ज्यादा महत्वपूर्ण पदक है। कुश्ती महासंघ ने केवल सीनियर नेशनल चैंपियनशिप के पदक विजेताओं को ही चयन स्पर्धा में भाग लेने की अनुमति दी है। यह भी कहा गया है कि जिन पहलवानों को अनुमति दी गई हैं, उनमें से कई को अनुज पहले हरा चुका है। चंदर मोहन, विजय, अंकित और सचिन भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में पदक जीत चुके हैं।

रिलेटेड पोस्ट्स