पहलवान अंकित गुलिया ने लगाया कांस्य पदक पर दांव

किसान के बेटे ने देश को दिलाया पहला पदक
खेलपथ संवाद
सोनीपत।
गांव जाजी के गरीब किसान के बेटे अंकित गुलिया ने मिस्र में चल रही यूडब्ल्यूडब्ल्यू सेकेंड रैंकिंग सीरीज में देश की झोली में कांस्य पदक डाला है। अंकित के पदक जीतने पर उसके गांव के साथ जुआं अखाड़े में खुशी का माहौल है। अंकित के घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
गांव जाजी के रहने वाले बहादुर सिंह का बेटा अंकित गुलिया गांव जुंआ के अखाड़े में कुश्ती का अभ्यास करता है। अंकित ने मिस्र में चल रही यूडब्ल्यूडब्ल्यू रैंकिंग सीरीज में रेपिचेज राउंड में कजाकिस्तान के पहलवान को 8-0 से हराते हुए कांस्य पदक जीतकर तिरंगा लहराया। गांव जुंआ अखाड़े के कोच संजीत पहलवान ने बताया कि अंकित इससे पहले भी कई बार कुश्ती से कई राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पदक जीतकर देश का मान बढ़ा चुका है। अंकित रोजाना अपने खेल को निखारने के लिए सुबह-शाम कड़ी मेहनत कर रहा है।
अब अंकित ने मिश्र में देश को प्रतियोगिता का पहला पदक दिलाया वहीं गांव जाजी में अंकित के घर पर उनके पिता बहादुर सिंह, दादी और उनकी मां को मिठाई खिलाकर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। बहादुर सिंह दो एकड़ जमीन पर खेती कर अपने परिवार को पालने के साथ ही बेटे को अभ्यास करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब बेटा ही उनकी आर्थिक हालत सुधारते हुए देश का नाम रोशन करेगा। अंकित ने हाल ही में आर्मी में हवलदार पद पर ज्वाइन किया है। अंकित अभी आर्मी ब्वायज टीम की ओर से खेलते हैं। उनका सपना है कि बेटा ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर तिरंगा लहराए।

रिलेटेड पोस्ट्स