एमपी का खेलो इंडिया यूथ गेम्स में पानीदार प्रदर्शन

सिरमौर महाराष्ट्र की अपेक्षा फर्नांडीज ने जीते छह गोल्ड सहित सात मेडल
श्रीप्रकाश शुक्ला
भोपाल।
30 जनवरी से 11 फरवरी के बीच मध्य प्रदेश के आठ शहरों में खेलो इंडिया यूथ गेम्स का पांचवां संस्करण परवान चढ़ा। मेजबान मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने उम्मीद से कहीं बेहतर प्रदर्शन कर पदक तालिका में तीसरा स्थान हासिल किया। पंचकूला में एमपी के खिलाड़ियों को गर्मी रास नहीं आई थी तो इस बार हमारे खिलाड़ियों ने कड़कड़ाती सर्दी में भी पानी से मेडल निकाल दिखाए। इन खेलों में महाराष्ट्र हरियाणा के मुकाबले श्रेष्ठ रहा तो राजस्थान ने उत्तर प्रदेश को 10 स्थान पीछे 14वें स्थान पर छोड़ दिया।
खैर, 13 दिन चले खेलो इंडिया यूथ गेम्स शनिवार को समाप्त हो गए। खेलों के इस रंगमंच में 27 खेल प्रतिस्पर्धाओं में खिलाड़ियों को 973 मेडल्स दिए गए। इस बार 36 राज्यों के 5812 खिलाड़ियों ने अपने खेल कौशल का प्रदर्शन किया, जिसमें महाराष्ट्र सिरमौर तो पूर्व चैम्पियन हरियाणा दूसरे तथा मेजबान मध्य प्रदेश तीसरे पायदान पर रहा। महाराष्ट्र ने 161 मेडल जीते, दूसरे नम्बर पर रहे हरियाणा ने 128 तथा मध्य प्रदेश ने 96 मेडल हासिल किए। मध्य प्रदेश पिछले खेलो इंडिया यूथ गेम्स में आठवें स्थान पर था और इस बार तीसरे पर आ गया। एमपी के खिलाड़ियों ने पानी से ही मेडल की शुरुआत की थी और पानी से ही खत्म किया।
टूर्नामेंट का पहला गोल्ड नितिन वर्मा ने कयाकिंग केनोइंग में बड़ी झील के पानी में इवेंट के पहले दिन 31 जनवरी को जीता था। आखिरी गोल्ड शनिवार 11 फरवरी को आर्यन एस गणेश ने स्वीमिंग में जीता। भोपाल के आर्यन एस गणेश दोहा में रहकर ब्रिटिश कोच माइकल से ट्रेनिंग ले रहे हैं। वह खेलो इंडिया स्वीमिंग में गोल्ड जीतने वाले मध्य प्रदेश के इकलौते स्वीमर हैं। तात्या टोपे नगर से खेलो इंडिया का शुभारम्भ हुआ था तो बड़ी झील पर इसका समापन।
खिलाड़ियों पर प्रदर्शन पर नजर डालें तो मध्य प्रदेश वॉटर स्पोर्ट्स, हरियाणा कुश्ती-बॉक्सिंग और महाराष्ट्र स्वीमिंग के दम पर टॉप-3 में रहे। मध्यप्रदेश ने वॉटर स्पोर्ट्स में 13 गोल्ड मेडल जीते, जबकि कुश्ती में हरियाणा ने दांव पर लगे 21 गोल्ड में से 9 गोल्ड जीते तो उसवे 8 सिल्वर तथा 24 ब्रॉन्ज मेडलों पर भी कब्जा जमाया। इसी तरह महाराष्ट्र ने तैराकी में 16 गोल्ड जीते। मध्य प्रदेश को तीसरे स्थान पर पहुंचाने में एथलेटिक और मलखम्ब का योगदान रहा। मध्य प्रदेश को एथलेटिक्स में 6 गोल्ड समेत 14 मेडल मिले तो खिलाड़ियों ने मलखम्ब में 5 गोल्ड सहित 9 मेडल जीते। एपी के खाते में बॉक्सिंग में भी 13 मेडल आए।
किसने जीते टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गाेल्ड
महाराष्ट्र की अपेक्षा फर्नांडीज ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा छह गाेल्ड और एक सिल्वर जीता। वे पांचवें खेलाे इंडिया में सबसे ज्यादा गाेल्ड जीतने वाली खिलाड़ी रहीं। दूसरे नम्बर पर रहे महाराष्ट्र के स्वीमर अभिनेता आर. माधवन के बेटे वेदांत ने 5 गाेल्ड और एक सिल्वर मेडल जीता। मेजबान मध्य प्रदेश के नितिन वर्मा ने तीन गाेल्ड मेडल जीतकर श्रेष्ठ रहे।
खेलो इंडिया गेम्स में मध्य प्रदेश 39 गोल्ड मेडल के साथ तीसरे स्थान पर रहा। मध्य प्रदेश ने 39 गोल्ड मेडल के अलावा 30 सिल्वर और 27 ब्रॉन्ज समेत कुल 96 मेडल जीते। इस लिस्ट में पहले पायदान पर महाराष्ट्र ने कुल 161 और हरियाणा ने 128 मेडल जीते हैं। इसमें महाराष्ट्र के पास 56 गोल्ड, 55 सिल्वर और 50 ब्रॉन्ज मेडल हैं। हरियाणा ने 41 गोल्ड 32 सिल्वर और 55 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। खेलो इंडिया में सबसे आखिरी पायदान पर त्रिपुरा और गोवा रहे इन्होंने सिर्फ 1-1 मेडल जीते।
खेलो इंडिया मध्य प्रदेश के 8 शहरों में आयोजित किया गया। इसमें भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, मण्डला, बालाघाट और खरगोन (महेश्वर) शामिल हैं। एक गेम (साइकिलिंग) दिल्ली में हुआ। 13 दिन चलने वाले खेलो इंडिया में 27 खेल और 23 गेम वेन्यू रहे। खेलों की सफलता में लगभग 2 हजार वॉलंटियरों का सहयोग रहा।

 

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