पहले तुम मुझे खुश रखो, मैं तुम्हें- अब एक करोड़ लो, देश छोड़ दो!

यौन उत्पीड़न की​ शिकार महिला कोच का मंत्री पर बड़ा आरोप
खेलपथ संवाद
चंडीगढ़।
भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान और हरियाणा सरकार में खेल मंत्री रहे संदीप सिंह पर यौन उत्पीड़न की​ शिकार महिला कोच ने जिस तरह के आरोप लगाए हैं, वह समूचे खेलतंत्र के लिए सोचनीय मामला है। कसूरवार कौन है, कौन नहीं, जांच सही होगी या नहीं जैसे अनेकानेक सवालों का समाधान क्या निकलेगा, किसका मुंह काला होगा, यह भविष्य के गर्भ में है। फिलहाल खेल-जगत असमंजस में है। पहले तुम मुझे खुश रखो, मैं तुम्हें, अब एक करोड़ लो, देश छोड़ दो जैसे आरोपों का अंत हो भी जाए तो भी खेल परिवार तो कलंकित हो ही गया। 
हरियाणा के खेल मंत्री पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला खिलाड़ी ने कहा,’मुझे फोन कॉल आ रहे हैं कि मैं कहीं भी देश को छोड़कर जा सकती हूं और मुझे एक महीने के लिए एक करोड़ रुपये मिलेंगे। मुझे अपनी शिकायत वापस लेने के लिए नहीं कहा गया है, लेकिन कहा गया है कि चुप रहो और किसी और दूसरे देश में चली जाओ। इस सम्बन्ध में महिला कोच ने पुलिस को सबूत भी दिए हैं। 
महिला कोच का आरोप है कि मुझ पर चुप रहने का दबाव डाला जा रहा है। हरियाणा के मुख्यमंत्री पर भी महिला कोच ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। महिला कोच का कहना है कि एसआईटी का गठन कर दिया गया है और मामले में सबकुछ विस्तार से बताया गया है। गौरतलब है कि चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी टीम ने संदीप सिंह पर छेड़छाड़ के आरोप लगाने वाली जूनियर महिला कोच से आठ घंटे तक पूछताछ की है और उसका मोबाइल फोन भी जब्त किया है। पूछताछ के दौरान महिला कोच ने आरोप लगाया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर संदीप सिंह का पक्ष ले रहे हैं और जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। महिला कोच ने कहा कि जब तक खेल मंत्री संदीप सिंह इस्तीफा नहीं देंगे, तब तक बात निष्पक्ष रहेगी।
सीएम खट्टर ने दिया था ये बयान
पूर्व खेल मंत्री संदीप और महिला कोच के विवाद पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा था कि एक महिला खिलाड़ी ने संदीप सिंह के ऊपर आरोप लगाया है। आरोप लगाने से कोई व्यक्ति दोषी नहीं हो जाता। चंडीगढ़-हरियाणा पुलिस छानबीन कर रही है, रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे। निष्पक्ष जांच के लिए उनको खेल मंत्री के पद से हटाया गया है।
संदीप सिंह ने दिया था इस्तीफा
हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह ने रविवार को खेल विभाग छोड़ दिया था। उन्होंने कहा था कि मैंने नैतिक आधार पर यह कदम उठाया है। राज्य की महिला जूनियर एथलेटिक्स कोच ने संदीप पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। कोच की शिकायत पर चंडीगढ़ पुलिस ने शनिवार रात संदीप सिंह के खिलाफ एफआईआर की थी। संदीप पर छेड़छाड़, गलत तरीके से छूने, जान से मारने की धमकी देने जैसी गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ है।
महिला कोच ने अनिल विज से की थी मुलाकात
संदीप सिंह पर छेड़छाड़ का आरोप लगाने वाली महिला कोच ने रविवार को गृह मंत्री अनिल विज से मुलाकात की थी। महिला कोच ने विज से कहा था कि अगर खेल मंत्री को गिरफ्तार किया जाता है तो ऐसी और महिलाएं सामने आएंगी जिनका उत्पीड़न किया गया है। 'आखिर कब तक कोई इंसान चुप रहेगा?' महिला कोच ने यह आरोप लगाते हुए कहा कि उसने संदीप सिंह को कई बार मना किया है, लेकिन उसकी हरकतें जारी रहीं। महिला कोच का आरोप है कि खेल मंत्री ने फरवरी से ही उन्हें बार-बार परेशान किया।
महिला कोच ने कहा, ‘‘आप कितनी देर तक किसी चीज को बर्दाश्त कर सकते हैं, इसकी एक सीमा होती है।’’ महिला जूनियर एथलेटिक्स कोच ने कहा, ‘‘उन्होंने ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की कि मुझे खेल विभाग का कर्मचारी होने के नाते विभाग के काम के लिए उनके पास जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।’’
कोच की शिकायत के अनुसार वह कुछ दस्तावेजों के साथ संदीप सिंह के घर गई तो उन्होंने उससे छेड़छाड़ की। शिकायत में आरोप लगाया गया है, “वह मुझे अपने घर के पास एक कैबिन में ले गए। मेरे दस्तावेज एक मेज पर रख दिए और अपना हाथ मेरे पैर पर रख दिया। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने मुझे पहली बार देखा तब से पसंद करने लगे। उन्होंने कहा तुम मुझे खुश रखो और मैं तुम्हें खुश रखूंगा।” महिला ने आरोप लगाया, “मैंने उनका हाथ हटा दिया। उन्होंने मेरी टी-शर्ट भी फाड़ दी। मैं चीख-चीखकर मदद मांगने लगी। उनका पूरा स्टाफ वहां था, लेकिन किसी ने मेरी मदद नहीं की।”
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष नवीन जयहिन्द ने संदीप सिंह पर लगे इन आरोपों की निष्पक्ष जांच की मांग की है। जबकि इंडियन नेशनल लोकदल ने मांग की है कि सरकार संदीप सिंह को तुरंत बर्खास्त करे। 
डिप्टी डायरेक्टर के बदले सुर
हरियाणा के खेल राज्य मंत्री संदीप सिंह पर छेड़छाड़ के आरोप लगाने वाली महिला कोच ने खेल विभाग की डिप्टी डायरेक्टर कविता देवी के साथ भी बहस की थी। यह जानकारी डिप्टी डायरेक्टर ने शुक्रवार को ताऊ देवीलाल स्टेडियम में आयोजित प्रेसवार्ता में दी। उन्होंने बताया कि महिला कोच जिम में समय पर नहीं आती थी। इस बारे में जब उसे टोका गया तो बहस की और यह भी कहा कि वह अपनी मर्जी से ही जिम में आएगी। 
खेल विभाग की डिप्टी डायरेक्टर ने महिला कोच के साथ हुई बहस की जानकारी देने के साथ-साथ यह भी कहा कि खेल राज्य मंत्री संदीप सिंह का व्यवहार बहुत अच्छा है। नहीं लगता कि खेल मंत्री ने छेड़छाड़ की होगी। हालांकि उन्होंने बाद में मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
प्रेसवार्ता में जब पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछे तो वे उनका जवाब नहीं दे पाईं। इसके बाद उन्होंने कहा कि वो खेल मंत्री के निर्दोष होने का दावा नहीं करती हैं। वह इस मामले की जानकारी होने के बाद एक खिलाड़ी के नाते पत्रकारों से यहां मिलने आई थीं। मामला बिगड़ता देख उन्होंने यह भी कह दिया कि उन्होंने यह प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं बुलाई। वो फिलहाल शैक्षणिक अवकाश पर चल रही हैं। जब उन्हें बताया गया कि खेल मंत्री के प्रेस कंसलटेंट विकास राणा ने इस पत्रकारवार्ता का निमंत्रण भेजा है तो उन्होंने इस बारे में जानकारी होने से ही इंकार कर दिया।

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