इस बार दो टीमें बनेंगी रणजी चैम्पियन

10 सप्ताह में होंगे 138 मैच
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
रणजी ट्रॉफी के 2022-23 सीजन की शुरुआत 13 दिसम्बर से हो रही है। पहला मैच सिक्किम और मणिपुर की टीम के बीच खेला जाएगा। पिछले साल कोरोना की वजह से रणजी ट्रॉफी दो हिस्से में हुई थी। पहला चरण आईपीएल के पहले और दूसरा चरण इसके बाद खेला गया था। इस बार ऐसा नहीं होगा। इस बार टूर्नामेंट में मैचों की संख्या में कोई कटौती नहीं की गई है। सभी टीमों को ग्रुप में बांटा गया है। प्लेट और एलीट ग्रुप की टीमें अलग-अलग खेलेंगी और अलग चैम्पियन भी बनेंगी। इस तरह इस बार दो टीमें रणजी चैम्पियन बनेंगी। 
इस बार रणजी ट्रॉफी में क्या नया होगा, किस फॉर्मेट में टूर्नामेंट खेला जाएगा, किन नियमों में बदलाव हुआ है और किन खिलाड़ियों पर सभी की नजर रहेगी। आइए जानते हैं। पिछले साल झारखंड की टीम ने नगालैंड के खिलाफ 1008 रन की बढ़त ले ली थी। वहीं, मुंबई ने उत्तराखंड को 725 रन के अंतर से हराया था। बीसीसीआई ने इस बार इस बात का ध्यान रखा है कि ऐसे एकतरफा मुकाबले न हों। इसी वजह से सभी टीमों को प्लेट और एलीट दो ग्रुप में बांटा गया है। नॉकआउट स्टेज में प्लेट ग्रुप की टीमें एलीट ग्रुप की टीमों के साथ नहीं खेलेंगी। इससे एकतरफा मुकाबले होने की संभावना कम होगी और टूर्नामेंट का रोमांच बढ़ेगा। 
एलीट ग्रुप में आठ टीमें आपस में खेलेंगी और हर एलीट ग्रुप में शुरुआती दो स्थान में रहने वाली टीमें क्वार्टर फाइनल में जगह बनाएंगी। कुल चार एलीट ग्रुप होंगे। हर ग्रुप की टीमें आपस में मैच खेलेंगी। हर टीम अपने घर और बाहर बराबर मैच खेलेगी। वहीं, प्लेट ग्रुप में कुल छह टीमें हैं और सभी एक दूसरे के साथ खेलेंगी। इनमें से टॉप चार टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी। वहीं, आखिरी दो टीमें पांचवें और छठे स्थान के लिए भिड़ेंगी। सेमीफाइनल में हारने वाली टीमें चौथे और पांचवें स्थान के लिए खेलेंगी। इस तरह सभी टीमें एलीट ग्रुप की टीमों के बराबर सात लीग मैच खेलेंगी। प्लेट ग्रुप के फाइनल में पहुंचने वाली टीमें अगले सीजन एलीट ग्रुप में खेलेंगी वहीं, सभी चार एलीट ग्रुप में आखिरी स्थान पर रहने वाली टीमें अंक के आधार पर एलीट ग्रुप से बाहर हो जाएंगी।
मुंबई की कप्तानी अजिंक्य रहाणे के हाथ में है। वहीं, ईशांत शर्मा दिल्ली के लिए खेलेंगे। सूर्यकुमार भी दूसरे राउंड के मैचो के लिए मुंबई के लिए उपलब्ध होंगे। चेतेश्वर पुजारा तीसरे राउंड के मैच से खेल सकेंगे। हनुमा विहारी और मयंक अग्रवाल भी इस टूर्नामेंट के जरिए भारतीय टीम में वापसी की कोशिश करेंगे।  नए खिलाड़ियों की बात करें तो यश धुल और यशस्वी जायसवाल पर सभी की नजर होगी। बंगाल के तेज गेंदबाज मुकेश कुमार भी इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर भारतीय टीम में अपनी जगह बनाने की कोशिश करेंगे। स्पिन गेंदबाजों में उत्तर प्रदेश के सौरभ कुमार चाइनामैन कुलदीप यादव और लेग स्पिनर राहुल चाहर भी कमाल करने के लिए बेताब होंगे। इस टूर्नामेंट के जरिए भारत को अश्विन और जडेजा की जगह टेस्ट टीम के लिए अच्छे स्पिनर मिल सकते हैं। पिछले सीजन में मुंबई के सरफराज खान और अरुणाचल प्रदेश के राहुल दलाल ने कमाल की बल्लेबाजी की थी। इन दोनों पर सभी की नजर होगी वहीं, गेंदबाजों में जयदेव उनादकट और मुंबई के शम्स मुलानी ने शानदार प्रदर्शन किया था। इन दोनों के प्रदर्शन पर भी सभी की निगाह होगी।

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