जापान ने किया जर्मनी का मानमर्दन

फुटबॉल विश्व कप में बड़ा उलटफेर
क्या विश्व कप से बाहर हो जाएगी जर्मनी की टीम?
दोहा।
कतर में चल रहे फुटबॉल विश्व कप के चौथे दिन मंगलवार (23 नवंबर) को एक और बड़ा उलटफेर देखने को मिला। चार बार की चैम्पियन जर्मनी को अपने पहले ग्रुप मैच में जापान के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। ग्रुप-ई में जापान ने इस मैच को 2-1 से अपने नाम कर लिया। इस तरह विश्व कप में दो दिन में दो एशियाई टीमों ने बड़ा उलटफेर किया। इससे पहले मंगलवार को सऊदी अरब ने अर्जेंटीना को 2-1 से परास्त किया था।
जर्मनी की हार भी अर्जेंटीना की तरह ही हुई। अर्जेंटीना ने सऊदी अरब के खिलाफ लियोनल मेसी के गोल की बदौलत पहले हाफ में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली थी। दूसरे हाफ में सऊदी अरब ने उसे अपने खेल से चौंका दिया और दो गोल दागकर मैच को अपने नाम कर लिया। ठीक वैसा ही जर्मनी के साथ हुआ। एल्काई गुंडोअन के गोल से जर्मनी ने पहले हाफ में 1-0 की बढ़त ले ली थी। दूसरे हाफ में जापान की टीम बदली हुई नजर आई। उसने जर्मनी के खिलाफ दो गोल दागकर मैच को पलट दिया।
जर्मनी 28 साल बाद किसी विश्व कप के मैच में पहला गोल करने के बाद हारा है। इससे पहले 1994 में ऐसा हुआ था। तब उसे बुल्गारिया ने शिकस्त दी थी। जर्मनी वह मैच भी 1-2 से ही हारा था। वह क्वार्टरफाइनल में बाहर हो गई थी। इस बार देखना है कि जर्मनी की टीम कहां तक पहुंचती है। उसके ग्रुप में स्पेन और कोस्टारिका जैसी मजबूत टीम भी है। इसलिए ग्रुप-ई को 'ग्रुप ऑफ डेथ' कहा जा रहा है।
दूसरे हाफ में जापान की टीम 71वें मिनट में बदलाव किया। उसने रित्सु दोआन को मैदान पर उतारा। जापान का यह फैसला सही साबित हुआ। रित्सु ने 75वें मिनट में गोल दागकर टीम को बराबरी दिला दी। ताकुमा असानो ने टीम के लिए दूसरा गोल किया। उन्होंने 83वें मिनट में दुनिया के बेहतरीन गोलकीपर कहे जाने वाले मैनुअल नुएर को छकाते हुए गोल कर दिया। संयोग कि बात है कि वह भी मैच में सब्सीट्यूट के तौर पर ही उतरे थे। उन्हें जापानी टीम ने 57वें मिनट में भेजा था।
जर्मनी की टीम को अब विश्व कप के पहले राउंड से बाहर होने का डर सताने लगा है। पिछली बार 2018 में भी वह पहले ही दौर में बाहर हो गया था। तब उसे पहले मैच में मैक्सिको ने और तीसरे मैच में एशियाई टीम दक्षिण कोरिया ने हराया था। उसे सिर्फ स्वीडन के खिलाफ जीत मिली थी। उसे इस बार स्पेन और कोस्टारिका का सामना करना है। अब देखना है कि जर्मन टीम किस तरह वापसी करती है।

रिलेटेड पोस्ट्स