ग्वालियर की बेटी शुभदा भोसले बढ़ा रही मध्य प्रदेश का मान

भारत में महिला क्रिकेट अम्पायरों की दिलचस्प राह
लीजेंड्स लीग क्रिकेट से मिली महिला अम्पायरिंग को तवज्जो
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारत में क्रिकेट क्या है इसे बताने की जरूरत नहीं। कल तक हम जिस बात को हैरतअंगेज समझते थे वह अब आम बात हो गई है। हम बात कर रहे हैं क्रिकेट में महिला अम्पायरों की। भारत ही नहीं दुनिया भर में अभी महिला अम्पायरिंग का शैशवाकाल है। उम्मीद है क्रिकेट में महिला जज एक दिन एक विलक्षण पटकथा जरूर लिखेंगी। भारत में लीजेंड्स लीग क्रिकेट के बहाने इसकी शुरुआत हो चुकी है।
लीजेंड्स लीग क्रिकेट का दूसरा सीजन भारत में खेला जा रहा है। इसमें चार टीमें हिस्सा ले रही हैं। लेकिन, जो एक बात इसे बाकी टी20 टूर्नामेंट से अलग बनाती है, वह है  इसमें मैच रैफरी से लेकर अम्पायरिंग तक की जिम्मेदारी महिलाओं का सम्भालना। भारतीय क्रिकेट इतिहास में पहली बार पुरुष क्रिकेट टूर्नामेंट में महिलाएं अम्पायरिंग कर रही हैं। इस बीच, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक मामलों की कैबिनेट मंत्री स्मृति ईरानी ने लीग में अम्पायरिंग कर रही पांचों महिला अम्पायरों और मैच ऑफीशियल्स से मुलाकात की। इन सभी महिला अम्पायरों की कहानी बड़ी दिलचस्प है।
पुरुष क्रिकेट टूर्नामेंट में महिलाएं अम्पायरिंग करेंगी यह कभी कल्पना से परे लगता था लेकिन अब ऐसा नहीं है। भारत में हो रही लीजेंड्स लीग क्रिकेट में मैच रैफरी से लेकर अम्पायरिंग तक की जिम्मेदारी महिलाएं सम्भाल रही हैं। यह भारतीय क्रिकेट में अपनी तरह की सबसे नई पहल है। जहां आईसीसी द्वारा अप्रूव्ड पांच महिला अम्पायर और ऑफीशियल गायत्री वेणुगोपालन, शिवानी मिश्रा, किम कॉटन, डॉक्टर शुभदा भोसले और जीएस लक्ष्मी अपनी जिम्मेदारी सम्हाल रही हैं। लीजेंड्स लीग क्रिकेट 16 सितम्बर को शुरू हुआ और पांच अक्टूबर को खत्म होगा। इसमें वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, मुथैया मुरलीधरन, मोहम्मद कैफ जैसे पूर्व दिग्गज खिलाड़ी खेल रहे हैं।
विगत दिवस केंद्रीय महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक मामलों की कैबिनेट मंत्री स्मृति ईरानी ने महिला अम्पायरों से मुलाकात की। मंत्री स्मृति ईरानी ने मैच अधिकारियों को 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के विशेष बैज भी भेंट किए, जो वे लीग के बाकी बचे मैचों के दौरान पहनेंगी। इसका एक वीडियो डॉक्टर शुभदा भोसले ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर किया। इसमें उन्होंने लिखा, महिला सशक्तीकरण पर आपकी गर्मजोशी, सकारात्मक वाइब्स और आपके विचारों से प्रभावित हूं। आपसे मिलना सम्मान की बात है। हम 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' मुहिम को इसी तरह जारी रखेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने स्मृति ईरानी ने कहा कि बेटियां आज जिस तरह खेल के क्षेत्र में भारत का गौरव बढ़ा रही हैं उसका एक प्रतीक यह महिलाएं हैं। स्मृति ईरानी ने आगे कहा,'मुझे यह जानकर बेहद खुशी हुई कि यहां पर मौजूद महिला क्रिकेट अधिकारियों में से एक ने लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ पाया है। सभी महिला अधिकारियों ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का बैज पहनकर देश की हर बेटी का सम्मान किया है। मेरी शुभकामनाएं हैं कि ये खेल के मैदान में महिला खिलाड़ी के रूप में या अधिकारी के रूप में देश का नाम रोशन करती रहें।'
लीजेंड्स लीग क्रिकेट की फील्ड अम्पायर गायत्री वेणुगोपाल ने कहा, 'लीजेंड्स लीग क्रिकेट बड़ी पहल है, जिसने हमें अम्पायरिंग करने और खुद को साबित करने का शानदार मौका दिया है। इसके जरिए हम लोग यह साबित कर सकी हैं कि हम किसी से कम नहीं हैं। हम एक पुरुष क्रिकेट लीग के मैच अधिकारी के तौर पर खुद को भाग्यशाली मानती हैं।'
इससे पहले, ओमान में हुए लीजेंड्स लीग क्रिकेट के पहले सीजन में भी महिला अम्पायर और मैच रैफरी ने ही जिम्मेदारी सम्भाली थी। इसमें से एक मैच ऑफीशियल शुभदा भोसले गायकवाड़, जोकि मध्यप्रदेश के ग्वालियर से आती हैं, उन्होंने किया था। शुभदा भारत की सबसे युवा महिला अम्पायर हैं। उनके परिवार के कई सदस्य क्रिकेटर रहे हैं। उनके पिता अजित भोसले क्रिकेट कोच हैं जबकि चाचा श्रीकांत भोसले मध्य प्रदेश की तरफ से रणजी ट्रॉफी खेल चुके हैं। ऐसे में शुभदा का इस खेल से लगाव हो गया। सुभदा भी क्रिकेटर रही हैं। अम्पायरिंग से पहले वो मध्य प्रदेश की तरफ से अंडर-16 और अंडर-19 टूर्नामेंट खेल चुकी हैं।
शुभदा भोसले की तरह ही शिवानी मिश्रा भी लीजेंड्स लीग क्रिकेट में अम्पायरिंग कर रही हैं। शिवानी गोरखपुर की रहने वाली हैं लेकिन, काफी सालों से कतर में रह रही हैं। वो कतर क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़ी हैं। शिवानी एशिया की पहली महिला अम्पायर हैं, जिन्हें पुरुषों के क्रिकेट मैच में अम्पायरिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। वह अम्पायरों के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के विकास पैनल का हिस्सा बनने वाली पहली एशियाई भी हैं। इसी तरह गायत्री वेणुगोपालन भी बतौर अम्पायर काम कर रही हैं।
जीएस लक्ष्मी भी लीजेंड्स लीग क्रिकेट में मैच रैफरी की जिम्मेदारी निभा रही हैं। वह पुरुष क्रिकेट मैच में मैच रैफरी की भूमिका निभाने वाली पहली महिला हैं। उन्होंने 2019 में आईसीसी पुरुष क्रिकेट वर्ल्ड कप लीग-2 में यूएई और अमेरिका के बीच मैच में यह उपलब्धि अपने नाम की थी। इसी साल आईसीसी इंटरनेशनल पैनल ऑफ मैच रेफरी में पहली महिला के रूप में उनकी नियुक्ति भी हुई थी।

    

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