भारत के वह बल्लेबाज जो क्रिकेट करियर में कभी छक्का नहीं लगा सके

इन दिग्गजों में लाला अमरनाथ भी शामिल
नई दिल्ली।
भारतीय क्रिकेट टीम एक से एक धुरंधर बल्लेबाज आए। मंसूर अली खान पटौदी, मोहिंदर अमरनाथ, दिलीप वेंगसरकर से लेकर सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और रोहित शर्मा तक, भारतीय बल्लेबाजों ने विपक्षी गेंदबाजों के छक्के छुड़ा दिए। हालांकि, भारतीय टीम में कुछ ऐसे बल्लेबाज भी रहे जो अपने पूरे करियर में कभी छक्का नहीं लगा सके। इनमें से कुछ बल्लेबाजों का अंतरराष्ट्रीय करियर काफी छोटा रहा, वहीं कुछ क्रिकेटर्स ने काफी समय तक भारतीय क्रिकेट की सेवा की। हम आपको उन्हीं भारतीय बल्लेबाजों के बारे में बता रहे हैं, जो अपने करियर में कभी एक भी छक्का नहीं लगा सके।
इफ्तिखार अली खान पटौदी: इफ्तिखार ने भारत के लिए छह टेस्ट खेले। इसमें उन्होंने 19.90 की औसत से 199 रन बनाए। इसमें एक शतक भी शामिल है। हालांकि, वह कभी छह टेस्ट की 10 पारियों में छक्का नहीं लगा सके। पटौदी ने 127 फर्स्ट क्लास मैच भी खेले। फर्स्ट क्लास में इफ्तिखार पटौदी ने 48.61 की औसत से 8750 रन बनाए थे।
लाला अमरनाथ: दिग्गज ऑलराउंडर मोहिंदर अमरनाथ के पिता लाला अमरनाथ ने भारतीय क्रिकेट की काफी सेवा की। घरेलू क्रिकेट में उनके नाम ढेरों रन हैं। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए वह सिर्फ 24 टेस्ट खेल सके। इसकी 40 पारियों में वह 24.38 की औसत से 878 रन बना सके। इसमें एक शतक और चार अर्धशतक शामिल है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय करियर में लाला कभी छक्के नहीं लगा सके। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में लाला अमरनाथ ने 186 मैचों की 286 पारियों में 41.37 की औसत से 10,426 रन बनाए। इनमें 31 शतक और 39 अर्धशतक शामिल हैं।
एमएसके प्रसाद: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने भारत के लिए छह टेस्ट और 17 वनडे मैच खेले। टेस्ट में उनके नाम छह मैचों की 10 पारियों में 106 रन हैं। वहीं, वनडे में प्रसाद ने 17 मैचों की 11 पारियों में 14.55 की औसत से 131 रन बनाए। दोनों फॉर्मेट मिलाकर सिर्फ वनडे में उनके नाम एक अर्धशतक है। हालांकि, एमएसके प्रसाद कभी अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में सिक्स नहीं लगा सके। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में एमएसके के नाम 96 मैचों में 27.73 की औसत से 4021 रन, और लिस्ट-ए में 88 मैचों में 1719 रन हैं।
आकाश चोपड़ा: आकाश चोपड़ा को घरेलू क्रिकेट का हीरो माना जाता था। हालांकि, यही जलवा वह कभी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कायम नहीं कर सके। आकाश ने भारत के लिए 10 टेस्ट मैच खेले। इसकी 19 पारियों में वह 23.00 की औसत से 437 रन बना सके। इसमें दो अर्धशतक शामिल है। आकाश कभी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सिक्स नहीं लगा सके। फर्स्ट क्लास में आकाश के नाम 162 मैचों में 10,839 रन, लिस्ट-ए में 65 मैचों में 2415 रन हैं। इसके अलावा आकाश ने 21 टी-20 भी खेले हैं। इसमें उन्होंने 18.55 की औसत से 334 रन बनाए हैं।
नमन ओझा: नमन ओझा को काफी टैलेंटेड क्रिकेटर माना जाता था। मूलतौर पर विकेटकीपर बल्लेबाज नमन ने भारत के लिए एक टेस्ट, दो वनडे और एक टी-20 खेला। एक टेस्ट की दो पारियों में उन्होंने 28.00 की औसत से 56 रन, एकमात्र वनडे में एक रन और दो टी-20 में 12 रन बनाए। नमन अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में कभी छक्का नहीं लगा सके। फर्स्ट क्लास में नमन के नाम 146 मैचों में 9753 रन, लिस्ट-ए में 143 मैचों में 4278 रन और 182 टी-20 मैचों में 2972 रन हैं।
एस बद्रीनाथ: स्टायलिश बल्लेबाज माने जाने वाले बद्रीनाथ ने जो कारनामे घरेलू क्रिकेट में किए, उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं दोहरा सके। बद्रीनाथ ने भारत के लिए दो टेस्ट, सात वनडे और एक टी-20 मैच खेला। टेस्ट में उनके नाम 21.00 की औसत से 63 रन, वनडे में 15.80 की औसत से 79 रन और एकमात्र टी-20 में 43 रन हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में बद्रीनाथ ने 145 मैचों में 54.49 की औसत से 10,245 रन बनाए। 144 लिस्ट-ए मैचों में बद्रीनाथ के नाम 36.84 की औसत से 4164 रन हैं। 

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