फाइनल में मिली हार को पचाना मुश्किलः हरमनप्रीत
तीन बार खेले फाइनल, तीनों बार हारे और एक भी गोल नहीं कर सके
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। स्टार ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से मिली हार को पचाना मुश्किल है लेकिन टीम को आगे बढ़ना होगा। फाइनल में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया से 0-7 से हार गई थी। भारतीय उपकप्तान ने कहा, इतने बड़े अंतर से मिली हार को पचाना मुश्किल है। देखा जाए तो राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय हॉकी टीम तीन बार आस्ट्रेलिया से फाइनल खेली है लेकिन तीनों बार पराजय का सामना करना पड़ा है। इन तीनों मुकाबलों में भारतीय टीम आस्ट्रेलिया पर एक भी गोल नहीं कर सकी।
हरमनप्रीत ने कहा, ''पूरी टीम इस प्रदर्शन से निराश है लेकिन इस कड़वी हार को भुलाकर आगे बढ़ना जरूरी है। इन खेलों से हमने कई सबक लिए हैं, जिन पर काम करना होगा। हम दो सप्ताह बाद शिविर में लौटने पर हर मैच का आकलन करेंगे और नए सिरे से शुरूआत करेंगे।'' मुख्य कोच ग्राहम रीड ने कहा, ''हम ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम का ऊर्जा और लय में मुकाबला नहीं कर सके।''
हरमनप्रीत ने टूर्नामेंट में नौ गोल दागे और सर्वाधिक गोल करने वालों की सूची में वेल्स के जेरेथ फर्लोंग के बाद दूसरे स्थान पर रहे। उन्होंने कहा कि निजी तौर पर मेरे लिए ये खेल अच्छे रहे। कोरोना महामारी के बाद पहली बार हम इतने दर्शकों के सामने खेल रहे थे और काफी भारतीय भी मैच देखने के लिए आए थे। हरमनप्रीत ने कहा, ''मेरी पत्नी भी बर्मिंघम आई थीं और पहली बार मुझे किसी बड़े टूर्नामेंट में खेलते हुए स्टेडियम में उसने देखा। यह राष्ट्रमंडल खेलों में मेरा पहला पदक है तो मेरे लिए ये खेल खास थे।'' भारतीय टीम अब अक्टूबर में एफआईएच प्रो लीग खेलेगी।