भारत की घाना पर 11-0 की धमाकेदार जीत

राष्ट्रमंडल इतिहास में सबसे बड़ी जीत, हरमन की हैटट्रिक
बर्मिंघम।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में पूल-बी में अपने पहले मैच में भारत ने घाना को 11-0 से रौंद दिया। यह कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में भारत की सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले 2006 मेलबर्न कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने त्रिनिदाद एंड टोबैगो को 10-1 से हराया था। राष्ट्रमंडल खेलों में ओवरऑल सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम है। उसने 2002 मैनचेस्टर कॉमनवेल्थ गेम्स में बारबाडोस को 20-1 से हराया था।
भारत के लिए आठ अलग-अलग खिलाड़ियों ने गोल दागे। भारत की ओर से अभिषेक, हरमनप्रीत, शमशेर सिंह, आकाशदीप सिंह, जुगराज सिंह, नीलकांत शर्मा, वरुण कुमार और मनदीप सिंह ने गोल दागे। उप कप्तान हरमनप्रीत ने अपने 150वें अंतरराष्ट्रीय हॉकी मैच में सबसे ज्यादा तीन गोल दागे। यह भारतीय कप्तान मनप्रीत सिंह का 300वां अंतरराष्ट्रीय मैच था। भारत के ग्रुप में घाना के अलावा इंग्लैंड, वेल्स और कनाडा की टीम है। घाना के बाद भारत का अगला मैच सोमवार को मेजबान इंग्लैंड से होगा। इसके बाद 3 अगस्त को कनाडा और 4 को वेल्स से भारतीय टीम भिड़ेगी। 
अभिषेक ने पहले ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल दाग भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई थी। इसके बाद 150वां अंतरराष्ट्रीय हॉकी मैच खेल रहे उप कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 10वें मिनट में भारत के लिए दूसरा गोल दागा। उन्होंने पेनल्टी कॉर्नर में ड्रैग फ्लिक पर गोल किया। इसके बाद 14वें मिनट में शमशेर सिंह ने काउंटर अटैक पर गोल दाग भारतीय टीम को 3-0 की बढ़त दिला दी। भारत को पहले क्वार्टर में तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले और इस में दो पर भारत ने गोला दागे। पहले क्वार्टर के बाद भारत ने घाना पर 3-0 की बढ़त बना रखी थी।
दूसरे क्वार्टर में आकाशदीप सिंह ने भारत के लिए चौथा गोल दागा। उन्होंने 20वें मिनट में गोल किया। इसके बाद जुगराज सिंह ने 22वें मिनट में गोल दाग भारत को 5-0 की बढ़त दिला दी। हाफ-टाइम तक यही स्कोर रहा। हाफ-टाइम तक भारत ने 63 प्रतिशत बॉल पजेशन बनाए रखा था। वहीं, घाना का बॉल पजेशन 37 प्रतिशत रहा।
तीसरे क्वार्टर में उपकप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 35वें मिनट में इस मैच का अपना दूसरा गोल दागा। उन्होंने पेनल्टी कॉर्नर पर ड्रैग फ्लिक से गोल हासिल किया। इसके बाद 38वें मिनट में नीलकांत शर्मा ने गोल दाग भारतीय टीम को 7-0 की बढ़त दिला दी। 39वें मिनट में कुमार वरुण ने गोल दाग टीम इंडिया को 8-0 से आगे कर दिया। जुगराज सिंह ने 43वें मिनट में अपना दूसरा गोल दाग भारतीय टीम को घाना पर 9-0 की बढ़त दिला दी। चौथे क्वार्टर में 48वें मिनट में मनदीप सिंह ने काउंटर अटैक पर भारत के लिए 10वां गोल दागा। इसके बाद 53वें मिनट पर हरमनप्रीत ने पेनल्टी कॉर्नर पर ड्रैग फ्लिक से गोल की हैट्रिक लगाई। इस तरह भारत ने घाना पर 11-0 की जीत हासिल की। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने राष्ट्रमंडल खेलों में पहला स्वर्ण पदक जीतने के अभियान में घाना के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज की है। कप्तान मनप्रीत की अगुआई में भारत ने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में 41 साल बाद कांस्य पदक जीता था। इस बार टीम मनप्रीत राष्ट्रमंडल खेलों में ऑस्ट्रेलियाई दबदबे को खत्म करना चाहती है। ऑस्ट्रेलिया ने अब तक सभी छह स्वर्ण पदक जीते हैं। 
पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में पदक नहीं जीत पाई थी भारतीय टीम
गोल्ड कोस्ट 2018 में पदक जीतने से असफल रही भारतीय टीम सफलता की भूखी है। भारत ने 2010 और 2014 में रजत पदक जीता था। पिछले कुछ वर्षों में ऑस्ट्रेलियाई निवासी मुख्य कोच ग्राहम रीड के मार्गदर्शन में भारतीय टीम ने अपने आप में काफी सुधार किया है। राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और कनाडा जैसे कड़े प्रतिद्वंद्वियों की चुनौती से पार पाना है। रविवार को भारतीय पुरुष टीम 1975 विश्व कप के बाद पहली बार घाना के खिलाफ खेल रही थी। पिछली बार भारत ने घाना को 7-0 से हराया था।

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