भुवनेश्वर कुमार ने एक ही ओवर में पलट दिया मैच

मुंबई को कैच छोड़ना पड़ा महंगा
खेलपथ संवाद
मुम्बई।
आईपीएल 2022 के 65वें मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) ने मुंबई इंडियंस (एमआई) को तीन रन से हरा दिया। इस रोमांचक मैच में कई टर्निंग प्वाइंट्स देखने को मिले और दर्शकों के लिए फुल एंटरटेनमेंट रहा। कभी ऐसा लगा कि हैदराबाद ये मैच आसानी से जीत जाएगी, फिर मुंबई ने वापसी की। हालांकि, बेहतर खेलने वाली टीम ने अंत में जीत हासिल की, लेकिन मुकाबले में क्रिकेट की जीत हुई।
पहले बल्लेबाजी करते हुए हैदराबाद की टीम ने 20 ओवर में छह विकेट गंवाकर 193 का स्कोर बनाया। जवाब में मुंबई की टीम सात विकेट पर 190 रन ही बना सकी। मुंबई के लिए इस मैच में शुरुआती कुछ ओवरों में प्रियम गर्ग का कैच छोड़ना महंगा पड़ा। वहीं, एसआरएच के अनुभवी पेसर भुवनेश्वर कुमार ने बेहतरीन गेंदबाजी की और 19वां ओवर विकेट मेडन डाला। यहीं से मुंबई की टीम मैच हार गई।
1. प्रियम का कैच छोड़ना: प्रियम इस सीजन हैदराबाद के लिए अपना पहला मैच खेल रहे थे। छठे ओवर में डेनियल सैम्स की गेंद पर संजय यादव ने प्रियम का कैच छोड़ा। तब वह 10 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे। इसके बाद प्रियम ने रन भी बनाए और राहुल त्रिपाठी के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 78 रन की साझेदारी भी निभाई। प्रियम 26 गेंदों पर 42 रन की तूफानी पारी खेल आउट हुए। अपनी पारी में उन्होंने चार चौके और दो छक्के लगाए।
2. राहुल त्रिपाठी की बेहतरीन पारी: राहुल त्रिपाठी ने एकबार फिर नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते हुए बेहतरीन पारी खेली। उन्होंने इस सीजन का अपना तीसरा और ओवरऑल आईपीएल करियर का 10वां अर्धशतक लगाया। इस सीजन नंबर-तीन पर बल्लेबाजी करते हुए उनके नाम सबसे ज्यादा 50 प्लस का स्कोर बनाने का रिकॉर्ड है। त्रिपाठी ने पहले प्रियम के साथ 78 रन और फिर निकोलस पूरन के साथ तीसरे विकेट के लिए 76 रन की साझेदारी निभाई। त्रिपाठी 44 गेंदों पर 76 रन बनाकर आउट हुए। अपनी पारी में उन्होंने नौ चौके और तीन छक्के लगाए। पूरन ने 38 रन बनाए।
3. हैदराबाद के लोअर ऑर्डर बल्लेबाज फेल: प्रियम, राहुल त्रिपाठी और पूरन ने टीम को अच्छी शुरुआत तो दिलाई, लेकिन हैदराबाद के लोअर ऑर्डर के बल्लेबाज उसे बड़े स्कोर में बदलने में नाकाम रहे। एडेन मार्करम चार गेंदों पर दो रन बनाकर आउट हुए। वहीं, खराब फॉर्म में चल रहे कप्तान केन विलियम्सन इस मैच में छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे थे। वे सात गेंदों पर महज आठ रन बनाकर नाबाद रहे। उनका खराब फॉर्म एसआरएच टीम मैनेजमेंट के लिए चिंता का विषय है। वहीं, वॉशिंगटन सुंदर ने भी सात गेंदों पर सिर्फ नौ रन बनाए। इन सभी बल्लेबाजों ने काफी गेंदें खेलीं, लेकिन उस हिसाब से रन नहीं बना पाए।
4. रमनदीप सिंह की बेहतरीन गेंदबाजी: मुंबई के युवा ऑलराउंडर रमनदीप सिंह ने गेंद से अपनी उपयोगिता साबित की। उन्होंने तीन ओवर में 20 रन देकर तीन महत्वपूर्ण विकेट झटके। सबसे पहले रमनदीप ने प्रियम गर्ग को अपनी ही गेंद पर कैच पकड़ पवेलियन भेजा। फिर राहुल त्रिपाठी को तिलक वर्मा के हाथों कैच कराया। इसके साथ ही मार्करम का भी विकेट लिया।
5. मुंबई की बेहतरीन ओपनिंग साझेदारी: मुंबई को कप्तान रोहित शर्मा और ईशान किशन ने बेहतरीन शुरुआत दिलाई। दोनों ने पहले विकेट के लिए 95 रन जोड़े। रोहित 36 गेंदों पर 48 रन बनाकर आउट हुए। अपनी पारी में उन्होंने दौ चौके और चार छक्के लगाए। यह साल 2022 में किसी भी टी-20 मैच में रोहित की सर्वश्रेष्ठ पारी रही। वहीं, ईशान ने 34 गेंदों पर 43 रन की पारी खेली। इसमें पांच चौके और एक छक्का शामिल है। 
6. सैम्स और तिलक हुए फेल: मुंबई टीम मैनेजमेंट ने इस मैच में डेनियल सैम्स को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा और वह फेल रहे। सैम्स 11 गेंदों पर 15 रन बनाकर आउट हुए। वहीं, इस सीजन की खोज रहे तिलक हैदराबाद के खिलाफ अपना कमाल नहीं दिखा सके। वह नौ गेंदों पर आठ रन बनाकर आउट हुए। दोनों को उमरान मलिक ने पवेलियन भेजा।
7. टिम डेविड की तूफानी पारी: कीरोन पोलार्ड को मुंबई की टीम पिछले कुछ मैचों से प्लेइंग-11 में नहीं शामिल कर रही है। उनके रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम में जगह बना चुके टिम डेविड ने एकबार फिर प्रभावित किया और 18 गेंदों पर 46 रन की तूफानी पारी खेली। उन्होंने लगभग मुंबई को मैच जिता ही दिया था, लेकिन 18वें ओवर में डेविड रन आउट हो गए। अपनी पारी में डेविड ने तीन चौके और चार छक्के लगाए। 
8. भुवनेश्वर का विकेट मेडन: भुवनेश्वर कुमार 19वां ओवर फेंकने के लिए आए और उन्होंने इस ओवर में मैच पलट दिया। तब मुंबई को जीत के लिए दो ओवर में 19 रन की जरूरत थी, लेकिन भुवी ने यह ओवर विकेट मेडन डाला। ओवर की दूसरी ही गेंद पर उन्होंने संजय यादव (0) को जगदीश सुचित के हाथों कैच कराया।
इसके बाद बुमराह क्रीज पर आए और वह इस ओवर में एक भी रन नहीं बना पाए। 18वें ओवर में मुंबई का स्कोर छह विकेट पर 175 रन था और 19वां ओवर खत्म होने के बाद भी मुंबई का स्कोर सात विकेट पर 175 रन ही रहा। आखिरी ओवर में मुंबई को जीत के लिए 19 रन की जरूरत थी और टीम 15 रन ही बना सकी और तीन रन से मैच हार गई।
सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान केन विलियम्सन का खराब फॉर्म जारी है और वह इस सीजन 13 मैचों में 19.6 की औसत से 216 रन बना सके हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 100 से भी कम रहा है। विलियम्सन का इस सीजन स्ट्राइक रेट 93.50 रहा है। वह एक अर्धशतक लगा सके हैं। मुंबई के खिलाफ मैच में टीम मैनेजमेंट ने विलियम्सन को नीचे भेजने का फैसला लिया, लेकिन यह भी टीम के काम नहीं आ सका। विलियम्सन सात गेंदों पर महज आठ रन बनाकर नाबाद रहे। 
वहीं, मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा ने बेहतरीन पारी खेली और सीजन का अपना बेस्ट स्कोर बनाया। वे 36 गेंदों पर 48 रन बनाकर आउट हुए। इसमें दो चौके और चार छक्के शामिल हैं। रोहित का फॉर्म भी इस सीजन कुछ खास नहीं रहा है। वह 13 मैचों में 20.4 की औसत से 266 रन बना सके हैं। इसमें एक भी अर्धशतक शामिल नहीं है। हालांकि, उनका स्ट्राइक रेट 126.66 का रहा है। 
सकारात्मक पक्ष: युवा प्रियम गर्ग ने इस मैच में बेहतरीन बल्लेबाजी की। अपने पहले मैच में ही उन्होंने ऐसी बल्लेबाजी की, जैसे वह पिछले कुछ मैचों से खेलते हुए आ रहे हों। 42 रन की पारी में प्रियम ने बुमराह, सैम्स और मेरेडिथ जैसे गेंदबाजों की गेंद पर चौके-छक्के लगाए। वहीं, राहुल त्रिपाठी हमेशा की तरह इस मैच में हैदराबाद की नैया पार लगाते नजर आए।
आगे के सीजन में भी वह टीम के लिए अहम किरदार निभा सकते हैं। पूरन ने भी अच्छी बल्लेबाजी की। तूफानी गेंदबाज उमरान मलिक ने तीन ओवर में 23 रन देकर तीन विकेट चटकाए। उन्होंने एक बार फिर अपनी स्पीड से विपक्षी टीम को परेशान किया। वहीं, भुवनेश्वर ने किफायती गेंदबाजी की।
नकारात्मक पक्ष: शुरआत के कुछ मैचों में अच्छे प्रदर्शन के बाद ओपनर अभिषेक शर्मा छाप छोड़ने में नाकाम रहे हैं। अभिषेक मुंबई के खिलाफ सिर्फ नौ रन बना सके। वहीं, मार्करम भी बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे। उन्होंने दो रन की पारी खेली। कप्तान विलियम्सन भी आउट ऑफ फॉर्म हैं।
हैदराबाद को एक अच्छे मैच फिनिशर की कमी खल रही है। गेंदबाजी में फजलहक फारूकी कोई विकेट लेने में नाकाम रहे। वहीं, टी नटराजन काफी महंगे साबित हुए। उन्होंने चार ओवर में 60 रन लुटाए। वॉशिंगटन सुंदर ने एक विकेट जरूर लिया, लेकिन इसके लिए 36 रन भी लुटाए। सकारात्मक पक्ष: ऑलराउंडर रमनदीप सिंह ने बेहतरीन गेंदबाजी की और बताया कि अगर उन्हें निरंतर मौका मिले तो वह टीम के लिए बहुमूल्य साबित हो सकते हैं। रमनदीप ने प्रियम, त्रिपाठी और मार्करम को आउट किया। इसके साथ ही वह लोअर ऑर्डर में बल्लेबाजी भी करते हैं। रोहित और ईशान ने फॉर्म में वापस लौटने के संकेत दिए। वहीं, टिम डेविड ने बड़ी हिट लगाकर फैन्स को प्रभावित किया। डेविड को मुंबई ने आठ करोड़ रुपये में खरीदा था और अब डेविड ने अपना जलवा दिखाना शुरू कर दिया है। 
नकारात्मक पक्ष: युवा ऑलराउंडर संजय यादव गेंद (स्पिन) और बल्ले दोनों से कुछ खास कर पाने में नाकाम रहे। संजय ने दो ओवर में 23 रन लुटाए। इसके बाद कप्तान रोहित ने उन्हें गेंदबाजी नहीं दी। वहीं, सैम्स और मेरेडिथ काफी महंगे साबित हुए। सैम्स ने चार ओवर में 39 रन लुटाए और एक विकेट लिया। वहीं, मेरेडिथ ने चार औवर में 44 रन लुटाए और एक  विकेट लिया। बुमराह ने भी 32 रन लुटाए और उन्हें भी एक विकेट मिला। मयंक मार्कंडेय भी कोई छाप छोड़ने में नाकाम रहे। उन्होंने तीन ओवर में 31 रन लुटा दिए और कोई विकेट नहीं मिला।
सूर्यकुमार यादव के चोटिल होने के बाद से तिलक ने ही मध्यक्रम का जिम्मा उठाया था, लेकिन इस मैच में उनके फेल होते ही, कोई बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। सैम्स 15 रन, तिलक आठ रन और युवा ट्रिस्टन स्टब्स दो रन बना सके। रमनदीप मैच फिनिश करने में नाकाम रहे और छह गेंदों पर 14 रन बना सके। 

 

रिलेटेड पोस्ट्स