चेस ओलम्पियाड में खेलेंगी चार भारतीय टीमें

आनंद ने नहीं खेलने का लिया फैसला, युवाओं को सौंपी कमान
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
मेजबान होने के नाते 44वें चेस ओलम्पियाड में पहली बार न सिर्फ चार भारतीय टीमें शिरकत करेंगी बल्कि इन खेलों के इतिहास का सबसे बड़ा भारतीय दल उतरेगा। दो टीमें ओपन वर्ग में और दो टीमें महिला वर्ग में खेलेंगी। पांच बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद भारतीय दल के मेंटर की भूमिका निभाएंगे। उन्होंने युवाओं को मौका देने के लिए ओलम्पियाड में नहीं खेलने का फैसला लिया है। 
हरिकृष्णा, शशिकिरण मुख्य टीम में
28 जुलाई से 10 अगस्त को चेन्नई में होने वाले ओलम्पियाड के ओपन वर्ग की मुख्य टीम में 2020 ओलम्पियाड का स्वर्ण जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य विदित गुजराती, पी. हरिकृष्णा, के. शशिकिरन के अलावा 19 साल के अर्जुन एरिगेसी और एसएल नारायणन होंगे।
अर्जुन और नारायणन पहली बार ओलम्पियाड में खेलेंगे। ओपन वर्ग की दूसरी टीम में युवाओं को मौका दिया गया है। इनमें हाल ही में ऑन लाइन रैपिड विश्व चैम्पियन मैग्नस कार्लसन को हराने वाले आर प्रगनाननंदा, निहाल सरीन, डी गुकेश, रौनक सधवानी पहली बार ओलम्पियाड का हिस्सा होंगे। इनके साथ 2014 के ओलम्पियाड का कांस्य जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य बी आधिबान भी होंगे।
महिला वर्ग की मुख्य टीम में कोनेरु हंपी, विश्व नंबर 10 डी हरिका, तानिया सचदेव, आर वैशाली और भक्ति कुलकर्णी होंगी। बी टीम में सौम्या स्वामिनाथन, मैरी एन गोम्स, पद्मिनी राउत, वंतिका अग्रवाल के अलावा 15 साल की दिव्या देशमुख शामिल की गई हैं।
आनंद बोले इन दिनों खेल रहा हूं कम इवेंट
वहीं आनंद ने कहा कि इन दिनों वह बहुत कम इवेंट में हिस्सा ले रहे हैं। कई ओलंपियाड खेलने के बाद उन्हें लगा कि अब यहां युवाओं को खेलने का मौका देना चाहिए। देश में इस वक्त निहाल, प्रगनाननंदा, गुकेश और अर्जुन जैसे कुछ और प्रतिभाशाली शतरंज खिलाड़ी हैं।
इस टूर्नामेंट में प्रगनाननंदा और वैशाली केरूप में भाई-बहनों की जोड़ी भी खेलेगी। इससे पहले 1988 के ओलंपियाड में भाई-बहन सुधाकर बाबू और सरिता देश के लिए खेले थे। जीएम प्रवीण थिप्से दल के प्रमुख होंगे। जीएम श्रीनाथ मुख्य और जीएम आरबी रमेश बी टीम के कोच होंगे। महिला मुख्य टीम के कोच जीएम अभिजीत कुंटे और स्वप्निल धोपाडे बी टीम की कोच होंगी। 
2020 : ओलंपियाड ने भारत ने रूस के साथ संयुक्त रूप से स्वर्ण जीता। इसका आयोजन वर्चुअली हुआ था। 2021 में महिलाओं ने कांस्य जीता था
2014 : के ओलंपियाड में भारतीय पुरुषों ने कांस्य पदक जीता था
भारतीय शतंरज महासंघ के अध्यक्ष डॉ. संजय कपूर ने कहा कि टीम में अनुभव और युवाओं का मिश्रण है। मुझे पूरी उम्मीद है। अपने घर में भारतीय टीम के लिए यह ओलंपियाड ऐतिहासिक होगा।

रिलेटेड पोस्ट्स