सात साल में पहली बार नजरें ‘बल्लेबाज’ कोहली पर

भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला वनडे आज
पार्ल (द. अफ्रीका)।
सात साल में पहली बार सिर्फ बल्लेबाज के तौर पर भारतीय टीम में खेल रहे विराट कोहली पर सभी की नजरें होंगी, जब के एल राहुल की कप्तानी में भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बुधवार को पहला एक दिवसीय क्रिकेट मैच खेलने उतरेगी। वह क्रीज पर बल्लेबाजी करें या सीमारेखा के पास क्षेत्ररक्षण, कोहली की हर गतिविधि पर प्रशंसकों की नजरें होंगी, हालांकि राहुल की कप्तानी को भी कसौटी पर कसा जायेगा। 
देखना यह भी होगा कि वह हमेशा की तरह मैदान पर जोश और आक्रामकता से भरे दिखते हैं या टेस्ट कप्तानी के साथ क्रिकेट के हर प्रारूप में कप्तानी छोड़ने के बाद मैदान पर उदासीन नजर आते हैं। टी20 के बाद कोहली वनडे कप्तानी नहीं छोड़ना चाहते थे और इस मसले पर उनकी बीसीसीआई से ठन भी गई। उनके प्रशंसक और भारतीय क्रिकेट यही दुआ कर रहा होगा कि बीसीसीआई से अपने विवाद को भुलाकर वह अपने करियर की नयी पारी का आगाज करें जिसमें सिर्फ उनका बल्ला बोलता हो। दो साल बाद उनके बल्ले से शतक सोने पे सुहागा होगा।
चोटिल रोहित शर्मा की जगह कप्तानी कर रहे राहुल शृंखला में कोहली से सलाह जरूर लेंगे। कोहली को बतौर बल्लेबाज ही अहम भूमिका नहीं निभानी है बल्कि जैसा कि उपकप्तान जसप्रीत बुमराह ने कहा है कि वह हमेशा टीम के अगुवा रहेंगे। नये कप्तान और सहयोगी स्टाफ के साथ यह शृंखला जीतकर भारत 2023 विश्व कप की तैयारी शुरू करना चाहेंगे। 
राहुल ने इंग्लैंड के खिलाफ मध्यक्रम में बल्लेबाजी की थी और अब यह देखना है कि क्या वह फिर शिखर धवन के साथ पारी का आगाज करते हैं। घरेलू सत्र में शानदार प्रदर्शन के बाद टीम में जगह बनाने वाले रूतुराज गायकवाड़ को पदार्पण के लिये अभी इंतजार करना पड़ सकता है। स्पिन गेंदबाजी का जिम्मा युजवेंद्र चहल और आर अश्विन पर होगा। बुमराह और भुवनेश्वर कुमार तेज आक्रमण की कमान संभालेंगे जबकि तीसरे विकल्प के तौर पर दीपक चाहर, शार्दुल ठाकुर और प्रसिद्ध कृष्णा में से एक को उतारा जा सकता है।

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