काजा में नौवीं राष्ट्रीय महिला आइस हॉकी चैम्पियनशिप शुरू

ओलम्पिक में गोल्ड पर मिलेंगे तीन करोड़: जयराम
खेलपथ संवाद
शिमला।
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल स्पिति के काजा में नौवीं राष्ट्रीय महिला आइस हॉकी चैम्पियनशिप-2022 आरंभ हो गई। चैम्पियनशिप का शुभारंभ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किया। इस अवसर पर जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में पहली बार राष्ट्रीय स्तर की आइस हॉकी प्रतियोगिता एवं विकास शिविर का आयोजन किया जा रहा है। 
उन्होंने कहा कि आइस हॉकी विश्व के सबसे लोकप्रिय शीतकालीन खेलों में से एक है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन युवा पीढ़ी में आइस हॉकी को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ क्षेत्र के पर्यटन विकास को भी बढ़ावा देगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड, लद्दाख, कश्मीर और अन्य हिमालयी राज्यों में यह खेल काफी प्रचलित है। उन्होंने कहा कि इस खेल के माध्यम से क्षेत्र के पर्यटन के विकास को नया आयाम मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस मेगा आयोजन में हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना, लद्दाख, आईटीबीपी लद्दाख, चंडीगढ़ और दिल्ली की टीमें भाग ले रही हैं। 
सीएम ने कहा कि लद्दाख वूमेन आइस हॉकी फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान से युवा सेवाएं एवं खेल विभाग ने वर्ष-2019 में काजा में बेसिक आइस हॉकी का पहला दस दिवसीय प्रशिक्षण शिविर लगाया था। उन्होंने कहा कि स्पीति के अलावा मंडी और किन्नौर के बच्चें आईस हॉकी की बारीकियां सीखने आए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 16 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से काजा में हाई एल्टीटयूड स्पोर्टस सेन्टर बनाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि युवा सेवाएं एवं खेल विभाग द्वारा 27 लाख रुपये व्यय करके खिलाड़ियों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए स्केट बूट उपलब्ध करवाए गए हैं और प्रशासन द्वारा लिडांग, सगनाम, लोसर, ताबो और हिक्कमी में छोटे स्तर पर आइस रिंग तैयार किए गए हैं। 
उन्होंने स्थानीय विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए अपनी एेच्छिक निधि से 31 हजार रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने काजा में जनशिकायतें भी सुनी। इस प्रतियोगिता का पहला मैच दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के मध्य खेला गया जिसमें दिल्ली ने 4-0 से जीत हासिल की। दूसरे मैच में चंडीगढ़ ने तेलंगाना को एक-शून्य से हराया। सूचना प्रौद्योगिकी एवं जनजातीय विकास मंत्री डॉ राम लाल मारकंडा ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश सरकर ने पिछले चार वर्षों के दौरान जनजातीय क्षेत्रों के विकास पर विशेष बल दिया है। 
ओलम्पिक में गोल्ड पर मिलेंगे तीन करोड़: जयराम
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए हाल ही में राज्य सरकार ने स्वर्ण जयंती खेल नीति-2021 को मंजूरी प्रदान की है। उन्होंने कहा कि इस नीति के तहत खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों में तीन प्रतिशत का आरक्षण प्रदान किया जाएगा और खिलाड़ियों को मिलने वाली आहार राशि को दोगुना किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नई खेल नीति के तहत ओलम्पिक, शीतकालीन ओलम्पिक या पैरा-ओलम्पिक में स्वर्ण पदक हासिल करने पर तीन करोड़ रूपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। रजत पदक हासिल करने वाले खिलाड़ी को दो करोड़ रूपए और कांस्य पदक विजेता खिलाड़ी को एक करोड़ रूपए की राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही इन खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को 15 लाख रूपए दिए जाएंगे और ओलम्पिक, एशियन, कॉमनवेल्थ के पदक विजेताओं को पेंशन प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि अर्जुन अवार्ड, ध्यानचंद अवार्ड और राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड धारकों को मासिक वेतन दिया जाएगा।

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