जापान ने सेमीफाइनल में भारत को 5-3 से हराया

अब कांस्य के लिए पाकिस्तान से भिड़ेगी टीम इंडिया
सेमीफाइनल से पहले तक अजेय रही भारतीय टीम
ढाका।
एशियन चैंम्पियंस ट्रॉफी हॉकी टूर्नामेंट का सेमीफाइनल मैच डिफेंडिंग चैम्पियन भारत और जापान के बीच खेला गया। जापान ने इस मैच में भारत को 5-3 से हरा दिया। भारतीय टीम के लिए यह हार चौंकाने वाली है, क्योंकि राउंड रॉबिन स्टेज में टीम इंडिया ने जापान को 6-0 से करारी शिकस्त दी थी। इस प्रदर्शन को टीम इंडिया दोहरा नहीं सकी और जापान के खिलाफ हार झेलनी पड़ी।
जापान के लिए शोता यामादा (1'), राइकी फुजिशिमा (2'), योशिकी किरिशिता (29'), कोसी कावाबे (35') और ओका रयोमा (41') ने गोल किए। वहीं, भारत के लिए दिलप्रीत सिंह (17'), हरमनप्रीत सिंह (53') और हार्दिक सिंह (59') ने गोल दागे। भारत अब तीसरे स्थान यानी ब्रॉन्ज मेडल के लिए बुधवार को पाकिस्तान से भिड़ेगा। वहीं, जापान की टीम दक्षिण कोरिया के खिलाफ फाइनल खेलेगी।
मैच के पहले मिनट में ही जापान को पेनल्टी कॉर्नर मिला। इसके बाद शोता ने पहले क्वार्टर के पहले मिनट में ही पेनल्टी कॉर्नर पर गोल दागा। इसके बाद राइकी फुजिशिमा ने पेनल्टी कॉर्नर पर ही दूसरा गोल दाग जापान की बढ़त 2-0 की कर दी। पहले क्वार्टर में स्कोर 2-0 से जापान के फेवर में रहा।
दूसरे क्वार्टर की शुरुआत से ही भारत ने अटैकिंग खेल जारी रखा। इसका फायदा उन्हें दूसरे क्वार्टर के पहले मिनट में मिला। दिलप्रीत सिंह ने शानदार फील्ड गोल दाग स्कोर 2-1 कर दिया। इसी क्वार्टर के चौथे मिनट में भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला। हालांकि, टीम इसे गोल में तब्दील नहीं कर सकी।
दूसरे क्वार्टर के आखिरी कुछ मिनटों में जापान ने एक और गोल दागा। दूसरे क्वार्टर में भारतीय खिलाड़ियों ने तनाका पर फाउल किया। वीडियो रेफरल में जापान को पेनल्टी कॉर्नर मिला। इसके बाद किर्शिता ने दूसरे क्वार्टर के 14वें मिनट में ड्रैग फ्लिक से शानदार गोल दागा। जापान की बढ़त अब 3-1 की हो गई है।
तीसरे क्वार्टर में भारत का ढीला खेल जारी रहा। जापान ने इस दौरान काउंटर अटैक जारी रखा। इसी क्वार्टर में जापान ने दो और गोल दागे। कोसी कवाबे ने जापान के लिए चौथा और मैच में अपना पहला गोल दागा। इसी के साथ जापान ने 4-1 की बढ़त बना ली थी।
इस बढ़त के बाद जापान ने मैच में अपनी पकड़ बना ली थी। रही सही कसर तनाका ने पूरी कर दी। उन्होंने ऊका की तरफ एक शानदार पास दिया, जिसे ऊका ने शॉट लेकर गोल में तब्दील कर दिया। जापान ने तीसरा क्वार्टर खत्म होने तक 5-1 की बढ़त बना ली थी।
चौथे और आखिरी क्वार्टर में भारत ने वापसी की कोशिश की। आखिरी क्वार्टर के आठवें मिनट में उपकप्तान हरमनप्रीत सिंह ने गोल दागा और स्कोर 5-2 कर दिया। हालांकि, तब तक काफी देर हो चुकी थी। मैच खत्म होने से कुछ मिनट पहले हार्दिक सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर स्कोर 5-3 कर दिया।
इसके बाद जापानी खिलाड़ियों ने सेफ गेम खेलना शुरू किया और भारत को कोई मौका नहीं दिया। भारत के लिए इस मैच में सबसे बड़ी कमी यह रही कि टीम पेनल्टी कॉर्नर पर मिले मौके को भुना नहीं सकी। कई मौके भारतीय खिलाड़ियों ने गंवाए।
एशियन चैंपियनशिप में भारत के प्रदर्शन की बात की जाए तो टीम इंडिया जापान के खिलाफ सेमीफाइनल मैच से पहले तक अजेय रही थी। साउथ कोरिया के खिलाफ पहला मुकाबला 2-2 से ड्रॉ रहने के बाद टीम इंडिया ने अगले मुकाबले में बांग्लादेश को 9-0 से रौंदा। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान को 3-1 से पटखनी दी। वहीं अपने आखिरी मैच में टीम इंडिया ने जापान को 6-0 से हराया था।

रिलेटेड पोस्ट्स