भारत का दक्षिण अफ्रीका दौरा खतरे में

अभी इंडिया ए टीम वहां खेल रही है सीरीज
केपटाउन।
दक्षिण अफ्रीका में कोरोना का नया वैरिएंट B.1.1.529 मिला है। दक्षिण अफ्रीका, हॉन्ग-कॉन्ग और बोत्सवाना में इसके 50 कन्फर्म केस मिले हैं। भारत में अब तक इस नए वैरिएंट का कोई केस नहीं मिला है। इस सबके बीच अगले महीने भारतीय क्रिकेट टीम का दक्षिण अफ्रीकी दौरा शुरू हो रहा है।
17 दिसंबर से 26 जनवरी तक द. अफ्रीका के जोहान्सबर्ग, प्राल, केपटाउन और सेंचुरियन में कुल 10 मैच खेले जाने हैं। इनमें 3 टेस्ट मैच, 3 वनडे और 4 टी20 मैच होने हैं, लेकिन द. अफ्रीका में नए वैरिएंट से संक्रमण के मामले बढ़ने से चिंता बढ़ रही है। द. अफ्रीका में इस वक्त भी इंडिया ए टीम सीरीज खेल रही है।
मैचों पर पड़ सकता है असर
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले जाने वाले 10 मैचों में से 5 केपटाउन में, 3 पार्ल में और 1-1 मैच जोहान्सबर्ग और सेंचुरियन में खेला जाना है। जोहान्सबर्ग और सेंचुरियन शहर गॉटेंग प्रांत में आते हैं। गॉटेंग इस समय नए वैरिएंट से सबसे ज्यादा प्रभावित है।
केपटाउन और पार्ल शहर वेस्टर्न केप प्रांत में आते हैं। नए वैरिएंट के फोकस वाले क्षेत्रों में वेस्टर्न केप भी शामिल है। इनके अलावा क्वाजुलु नाटाल, ईस्टर्न केप में भी मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि यह सीरीज कैसे खेली जाएगी?
म्यूटेशन ने बनाया वायरस को खतरनाक
नया वैरिएंट B.1.1.529 बोत्सवाना में भी मिला है। ब्रिटिश साइंटिस्ट्स ने इस वैरिएंट को लेकर चेतावनी दी है। इसमें 32 म्यूटेशन हो रहे हैं, जिस वजह से वैक्सीन भी इसके खिलाफ कारगर नहीं है। यह वैरिएंट अपने स्पाइक प्रोटीन में बदलाव कर काफी तेजी से फैल रहा है।
दक्षिण अफ्रीका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंफेक्शियस डिजीज ने बताया- देश में इस वैरिएंट के अब तक 22 केस मिले हैं। वैज्ञानिकों ने B.1.1.529 को वैरिएंट ऑफ सीरियस कंसर्न बताया है। WHO में कोरोना मामले की तकनीकी प्रमुख डॉ. मारिया वान केरखोव ने कहा- हमें इस वैरिएंट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिली है। मल्टीपल म्यूटेशन की वजह से वायरस के बिहेवियर में बदलाव हो रहा है और यह चिंता की बात है।
भारत में अब तक कोई मामला नहीं
नए वैरिएंट का कोई मामला भारत में अब तक सामने नहीं आया है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि B.1.1.529 नाम का यह वैरिएंट देशभर टेस्टिंग लैब्स में भेजे गए किसी भी सैंपल में नहीं मिला है। यह भारत के लिए राहत की खबर है। हालांकि भारत के लिए चिंता की बात यह है कि नया स्ट्रेन हॉन्गकॉन्ग तक पहुंच गया है।
केंद्र सरकार ने इस वैरिएंट के मद्देनजर हॉन्गकॉन्ग और बोत्सवाना से आने वाले यात्रियों की जांच के लिए सभी एयरपोर्ट्स पर निर्देश जारी किए हैं। केंद्र सरकार ने राज्यों को भी विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि वे दक्षिण अफ्रीका, हॉन्गकॉन्ग और बोत्सवाना से आने वाले यात्रियों की अच्छी तरह से जांच करें।
एम्स के डॉक्टर ने कहा- नए वैरिएंट को समझने की कोशिश कर रहे
दिल्ली एम्स के सेंटर फॉर कम्युनिटी मेडिसिन के डॉ. संजय राय ने बताया कि यह एक नया वैरिएंट है। अभी हमें यह नहीं पता है कि यह कितनी तेजी से फैलता है। हम फिलहाल इसे समझने की कोशिश कर रहे हैं। संभावना है कि यह वैक्सीनेट हो चुके लोगों पर भी प्रभाव डाल सकता है। अगर ऐसा होता है तो यह गंभीर मुद्दा होगा।

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