टी-20 विश्व कप का आगाज आज से

भारत, इंग्लैंड और वेस्टइडीज खिताब की प्रबल दावेदार
नई दिल्ली।
आईपीएल के सफलतापूर्वक समापन के बाद अब रविवार से टी-20 विश्व कप आयोजन होगा। इस बार ट्राफी जीतने के दावेदारों में भारत, इंग्लैंड और वेस्टइडीज की टीमें शामिल हैं। यह टी-20 विश्व कप का सातवां सत्र है जो भारत में आयोजित होना था लेकिन कोरोना के कारण इसे संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में आयोजित किया जा रहा है लेकिन इसका मेजबान भारत ही है। यूएई सुपर-12 चरण के मैचों की मेजबानी करेगा और नाकआउट मुकाबले दुबई, शारजाह और अबूधाबी में 70 प्रतिशत दर्शकों की क्षमता के साथ होंगे। इस टूर्नामेंट में 16 टीमें शिरकत कर रही हैं।
भारत- विराट कोहली इस विश्व कप में टी-20 में आखिरी बार कप्तानी करेंगे और उसके बाद वह इस प्रारूप से कप्तानी को छोड़ देंगे। उनकी कोशिश रहेगी कि वह पहली बार कोई आइसीसी की ट्राफी अपने नाम हासिल करें। इसके साथ ही टीम अपने कोच रवि शास्त्री को भी यादगार विदाई देना चाहेगी जो उनका यह भारतीय कोच के रहते आखिरी कार्यकाल है। इस बार भारतीय टीम के साथ महेंद्र सिंह धौनी भी मेंटर के तौर पर रहेंगे जिन्होंने इस साल का आइपीएल खिताब चेन्नई सुपरकिंग्स को दिलाया है और 2007 में भारतीय टीम को टी-20 विश्व कप का चैंपियन बनाया था।
इंग्लैंड- 2019 विश्व कप की चैंपियन इंग्लैंड टी-20 में भी चैंपियन बनना चाहेगी। इससे पहले इंग्लैंड ने इयोन मोर्गन की अगुआई में 50 ओवर का विश्व कप खिताब जीता था। मोर्गन ने कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम को आइपीएल के फाइनल में पहुंचाया था जिसमें उनके स्टार खिलाड़ी आंद्रे रसेल चोटिल थे और इंग्लिश टीम में भी स्टार आलराउंडर बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर भी नहीं होंगे।
वेस्टइंडीज- वेस्टइंडीज को इस प्रारूप की सबसे खतरनाक टीम माना जाता है क्योंकि इनकी टीम के खिलाड़ी विश्व कप की सभी टी-20 लीगों में खेलते हैं। वेस्टइंडीज अकेली ऐसी टीम है जिसने दो बार यह खिताब जीता है और इस बार यह टीम तीसरी बार खिताब जीतने की पूरी कोशिश करेगी। वेस्टइंडीज के पास कप्तान कीरोन पोलार्ड, आलराउंडर आंद्रे रसेल और ड्वेन ब्रावो हैं और ये खिलाड़ी टीम के मैच विजेता हैं।
न्यूजीलैंड- न्यूजीलैंड की टीम 2007 और 2016 टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंची। 2019 वनडे विश्व कप और 2021 आइसीससी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में टीम पहुंची। केन विलियमसन ने टेस्ट चैंपियनशिप में देश को खिताब भी दिलाया। कीवी टीम को हमेशा से अंडर डाग माना जाता रहा है और इस टूर्नामेंट में उलटफेर करने में माहिर है।
आस्ट्रेलिया- कप्तान आरोन फिंच की टीम यह ट्राफी हासिल करना चाहेगी। हालांकि यह टीम एलन बार्डर, स्टीव वा और रिकी पोंटिंग जैसी मजबूत टीम नहीं है। उनकी हाल की फार्म भी काफी खराब रही है लेकिन बड़े टूर्नामेंट में कंगारू विशेष प्रदर्शन करते हैं। इस टूर्नामेंट में आने से पहले आस्ट्रेलियाई टीम ने पिछली पांच में से चार टी-20 सीरीज गंवाई हैं जिसमें बांग्लादेश भी शामिल है।
पाकिस्तान- पूर्व चैंपियन पाकिस्तान की टीम भी उलटफेर कर सकती है और उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा हुआ है। टीम ने अपनी ज्यादातर घरेलू सीरीज संयुक्त अरब अमीरात में खेली हैं और यहां के हालात का फायदा उन्हें मिलेगा। हालांकि विश्व कप से पहले कप्तान बाबर आजम की अगुआई वाली टीम के खिलाफ न्यूजीलैंड और इंग्लैंड ने पाकिस्तान का दौरा सुरक्षा कारणों से रद कर दिया था जिससे उसके खिलाडि़यों को विश्व कप से पहले अच्छा अभ्यास नहीं मिल पाया। इसका असर खिलाडि़यों की फार्म पर पड़ सकता है।
अफगानिस्तान- तमाम उतार-चढ़ाव के बाद अफगानिस्तानी टीम यह विश्व कप खेल रही है और इसकी अगुआई मुहम्मद नबी कर रहे हैं। इससे पहले राशिद खान को टीम का कप्तान नियुक्त गया था लेकिन उन्होंने कप्तानी करने से इंकार कर दिया था।

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