मोईन अली ने टेस्ट क्रिकेट को कहा अलविदा

तो शायद मैं काफी अच्छा बन सकता था
लंदन।
इंग्लैंड के अनुभवी हरफनमौला खिलाड़ी मोईन अली ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में अपने करियर को विस्तार देने के लिये टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि अपने करियर से वह संतुष्ट हैं, भले ही लोग कहते हों कि वह और उपलब्धियां हासिल कर सकते थे। उन्होंने 64 टेस्ट में 28.29 की औसत से 2914 रन बनाये और 36.66 की औसत से 195 विकेट लिये हैं। 
मोईन ने कहा, ‘मैं 34 वर्ष का हो गया हूं और जब तक खेल सकता हूं, खेलना चाहता हूं। मैं अपने खेल का मजा लेना चाहता हूं।' उन्होंने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट अद्भुत है। अच्छा प्रदर्शन करने प़र यह किसी भी दूसरे प्रारूप से बेहतर और संतोषजनक है।' खबरों के अनुसार लम्बे समय तक परिवार से दूर रहने में वह सहज नहीं हैं। उन्होंने आस्ट्रेलिया के एशेज दौरे के लिये इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड से कोरोना प्रोटोकॉल साझा किये जाने से पहले ही मन बना लिया था। वह फिलहाल यूएई में आईपीएल खेल रहे हैं जिसमें वह चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा हैं। वह इंग्लैंड के लिये सीमित ओवरों का क्रिकेट खेलते रहेंगे।
मोईन ने इंग्लैंड टेस्ट टीम के कप्तान जो रूट औऱ हेड कोच सिल्वरवुड को अपने संन्यास के बारे में जानकारी दे दी है। इस खबर को लेकर इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने भी पुष्टि कर दी है। ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, “मुझे याद है जब हमने न्यूजीलैंड के खिलाफ 2015 में लॉर्ड्स टेस्ट खेला था और बेन स्टोक्स ने वहां 92 और 101 रनों की पारी खेलने के साथ-साथ 38 रन देकर 3 विकेट लिए थे। मैं उस समय नंबर 6 पर बल्लेबाजी कर रहा था और वो नंबर 8 पर था। मुझे लगता है कि मैंने बारबाडोस में छठे नंबर पर अपने आखिरी टेस्ट में 60 रन बनाए थे लेकिन इसके बाद एलिस्टर कुक ने कहा, ‘देखो, मुझे पता है कि तुम अच्छा खेल रहे हो, लेकिन हम चीजों को बदलने जा रहे हैं, क्योंकि हमें लगता है कि स्टोक्स इससे भी अच्छा कर सकते हैं। ये मेरे लिए काफी निराशाजनक था। मैं ये नहीं कहूंगा कि मुझे पता था कि ये सही फैसला था।”
उन्होंने आगे कहा, “जाहिर तौर पर स्टोक्स एक अद्भुत खिलाड़ी निकला लेकिन मुझे कभी-कभी लगता है, हो सकता है, अगर मुझे वहां थोड़ा और मौका दिया जाता, तो मैं स्टोक्स जैसा खिलाड़ी हो सकता था। मैं बल्लेबाज़ी ऑर्डर में और ऊपर बल्लेबाजी करना पसंद करता हूँ। अगर मुझे और मौके दिए गए होते तो शायद मैं काफी अच्छा बन सकता था।” 34 वर्षीय इस ऑफ स्पिन ऑलराउंडर ने साल 2014 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था। लाल गेंद के इस फॉर्मेट में उन्होंने कुल 64 टेस्ट मैच खेले, जिनमें उनके नाम 28.29 के औसत से 2914 रन हैं, जबकि उन्होंने 36.66 और औसत से 195 विकेट अपने नाम किए हैं।

रिलेटेड पोस्ट्स