रोहित शर्मा दुनिया के श्रेष्ठ उद्घाटक बल्लेबाज

10 टेस्ट में ओपनिंग कर बनाए 981 रन
10 में से 8 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया जीती
अहमदाबाद।
इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया की जोरदार वापसी में जिन खिलाड़ियों की अहम भूमिका रही उनमें रोहित शर्मा भी शामिल हैं। रोहित ने दूसरे टेस्ट में 161 और 26 रनों की पारी खेली और भारत ने 317 रनों से जीत हासिल की। तीसरे टेस्ट में रोहित ने 66 और 25* की पारियां खेली और भारत ने 10 विकेट से जीत हासिल की।
रोहित की ऐसी बल्लेबाजी टेस्ट में उन्हें बतौर ओपनर मौका दिए जाने के फैसले को सही साबित करती है। रोहित ने भी अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ रखी है। उन्हें जब से नंबर-1 या नंबर-2 पर बल्लेबाजी का मौका मिला है, वे दुनिया में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले ओपनर बन चुके हैं।
रोहित ने 2 अक्टूबर 2019 को पहली बार टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग की। तब से अब तक वे बतौर ओपनर 10 टेस्ट मैचों की 16 पारियों में 65.40 की औसत से 981 रन बना चुके हैं। इनमें 4 शतक और 2 अर्धशतक शामिल हैं। इस दौरान वे टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले ओपनर बन गए हैं। दूसरे स्थान पर इंग्लैंड के डॉम सिबली हैं। सिबली ने 17 टेस्ट की 29 पारियों में 877 रन बनाए हैं। यानी सिबली ने रोहित की तुलना में 7 टेस्ट और 13 पारी ज्यादा खेलने के बावजूद 104 रन कम बनाए हैं।
रोहित शर्मा ने अपने टेस्ट करियर में अब तक नंबर-1 से लेकर नंबर 6 तक बल्लेबाजी की है। इसमें सबसे ज्यादा सफलता उन्हें ओपनर ( नंबर 1 और 2) के तौर पर ही मिली है। इसके अलावा उन्होंने नंबर-6 पर भी अच्छी बल्लेबाजी है। नंबर-6 पर रोहित ने 25 पारियों में 1037 रन बनाए हैं। नंबर-3, 4 और 5 पर रोहित एक भी शतक नहीं जमा पाए हैं।
रोहित का ओपनिंग करना भारतीय टीम के लिए भी अच्छे नतीजे लेकर आता है। उन्होंने जिन 10 टेस्ट मैचों में ओपनिंग की है, उनमें से 8 में टीम इंडिया जीती है। 1 मैच ड्रॉ रहा और सिर्फ 1 में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा है। यानी रोहित जब ओपनिंग करते हैं तो भारतीय टीम 80% मैच जीतती है।
रोहित ने अब तक जिन 10 टेस्ट मैचों में ओपनिंग की है उनमें से 8 भारत में खेले गए हैं। ऑस्ट्रेलिया में उन्होंने दो टेस्ट मैचों में पारी की शुरुआत की थी। सिडनी टेस्ट में रोहित ने 26 और 52 रनों की पारी खेली। वहीं, ब्रिस्बेन टेस्ट में उन्होंने 44 और 7 रन बनाए। जाहिर है कि विदेशी जमीन पर रोहित को अपने नंबर सुधारने होंगे।
रोहित के कोच दिनेश लाड को भरोसा है कि रोहित टेस्ट में बतौर ओपनर देश के बाहर भी सफल होंगे। उन्होंने कहा कि रोहित के सफल होने की सबसे बड़ी वजह यह है कि उन्होंने यह सीख लिया है कि किस बॉल को खेलना है और किस गेंद को छोड़ना है।
लाड ने कहा कि ऐसा नहीं है कि वह घरेलू सीरीज में ही बतौर ओपनर कामयाब हैं, बल्कि वे विदेशी धरती पर भी बेहतर प्रदर्शन करने की काबिलियत रखते हैं। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बतौर ओपनर टीम को अच्छी शुरुआत दी। हालांकि वे उसे बड़े स्कोर में बदल नहीं पाए। वहां वे खराब तकनीक की वजह से आउट नहीं हुए थे। बल्कि खराब शॉट खेलकर आउट हुए थे। कोच ने कहा, ‘मेरा मानना है कि स्पिन को खेलना ज्यादा कठिन होता है। जो बल्लेबाज भारत की धरती पर बेहतर प्रदर्शन करता है, वह विदेश में भी रन बना सकता है।’

 

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