मैंने समाज के तानों को बनाया अपनी ताकतः लवलीना बोरगोहाईं

मोहम्मद अली और माइक टायसन के वीडियो देखती है गांव बारह मुखिया की बेटी 
खेलपथ प्रतिनिधि
गुवाहाटी।
असम का गांव बारह मुखिया अब लवलीना बोरगोहाईं की वजह से मशहूर है। 23 साल की लवलीना 69 किलो वर्ग में दुनिया की तीसरी वरीयता प्राप्त महिला मुक्केबाज हैं। 15 की उम्र में बॉक्सिंग शुरू करने वाली लवलीना ने 19 की उम्र में एशियन बॉक्सिंग में कांस्य जीता। 2018 में इंडियन ओपन में गोल्ड फिर आइबा विश्व मुक्केबाजी में कांस्य जीता। टोक्यो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने वाली लवलीना इन दिनों बेंगलुरु में ट्रेनिंग कर रही हैं।
लवलीना बताती हैं कि मेरे लिए बॉक्सिंग में इतना आगे बढ़ना आसान नहीं था। पिता टिकेन बोरगोहाईं घर से दूर एक चाय बागान में मजदूरी करते थे। उन्हें सिर्फ ढाई हजार रुपए मिलते थे। मां मामोनी बोरगोहाईं ने अकेले हमें बड़ा किया। वे सबसे मजबूत महिला हैं। उन्होंने ही मुर्गी पालन और मजदूरी कर हम बहनों को आगे बढ़ाया और हर चुनौती को जीतना भी सिखाया। लोग पिताजी से कहते थे आपने कुछ पाप किया होगा तभी भगवान ने तीन लड़कियां दीं।
मेरे पिता ने लोगों की परवाह किए बगैर हमें खेलने के लिए बाहर भेजा। गांव में लोग हम बहनों को ताना मारते थे कि ये लड़कियां कुछ नहीं कर पाएंगी। मैंने ऐसे लोगों को बहुत गंभीरता से लिया, क्योंकि मां तमाम दिक्कतों के बावजूद हमें खिला रही थीं। हमने इन तानों को अपनी ताकत बनाया। कुछ लोग तो पिताजी से यहां तक कहते थे कि आपने जरूर कोई पाप किया होगा, जो भगवान ने तीन लड़कियां दी, लेकिन आज पूरा गांव हम बहनों पर गर्व करता है।
मेरी दोनों बड़ी बहनें लीशा और लीमा जुड़वां हैं। वे मुआई थाई मार्शल आर्ट में राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड जीत चुकी हैं। 13 की उम्र में मैंने भी मुआई थाई खेलना शुरू किया। मगर भारतीय मुक्केबाजी कोच पदुम बोडो ने मेरा खेल देखा और ट्रेनिंग के लिए चुना। ओलम्पिक गोल्ड का सपना है, इसलिए सख्त रूटीन रखा है। ओलम्पिक में चार महीने हैं, उससे पहले कमियां ठीक कर रही हूं। अब ट्रेनिंग लोड बढ़ाऊंगी।
लवलीना बताती हैं कि वह मोहम्मद अली और माइक टायसन के वीडियो देखती हैं। आइडल बॉक्सर के बारे में कहती हैं, मैं मोहम्मद अली और माइक टायसन के वीडियो देखती हूं। खासतौर पर मोहम्मद अली के, क्योंकि वे लम्बे बॉक्सर थे। मेरी लम्बाई भी 5 फीट 11 इंच है। वे फुट मूवमेंट और लांग डिस्टेंस से ज्यादा खेलते थे। मैं भी वैसा खेलने की कोशिश करती हूं।
मां की किडनी ट्रांसप्लांट होनी है, चाहती हैं कि लवलीना सिर्फ ट्रेनिंग करे पिता टिकेन कहते हैं, मेरी पहचान बेटियों से है। तीनों बेटियों की सफलता के पीछे उनकी मां है। फिलहाल लवलीना की मां किडनी ट्रांसप्लांट का इंतजार कर रही हैं। लवलीना कहती हैं, मां की सेहत को लेकर काफी चिंतित हूं क्योंकि इस समय मुझे उनके साथ होना चाहिए था। मैं रोजाना फोन पर उनसे बात करती हूं। पिता कहते हैं कि पूरे परिवार को लवलीना की मां की चिंता है। मगर वे यही चाहती हैं कि लवलीना अभी सिर्फ ट्रेनिंग पर ध्यान दे।

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