विहारी की पारी टेस्ट शतक से भी अधिक खास: रहाणे

यह ड्रा जीत की तरह महत्वपूर्ण
सिडनी।
भारतीय कप्तान अजिंक्य रहाणे ने सोमवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में शानदार ड्रा को जीत के समान ही महत्वपूर्ण करार दिया और विशेष तौर पर हनुमा विहारी की तारीफ की जिन्होंने मांसपेशियों में खिंचाव के बावजूद क्रीज पर पांव जमाये रखा। विहारी 161 गेंदों का सामना करके 23 रन बनाकर नाबाद रहे उन्होंने और रविचंद्रन अश्विन ने 42 से अधिक ओवर खेलकर मैच को ड्रा कराया। रहाणे ने मैच के बाद वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘आज हम सभी ने यह विशेष पारी देखी।
मेरा मानना है कि उसने चोटिल होने के बावजूद जिस तरह से बल्लेबाजी की उसे देखते हुए यह पारी उसके शतक (2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ) से अधिक खास थी।' रहाणे ने विहारी की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘इस तरह की प्रेरणा और टीम के लिये अपनी जीजान लगाने से एक खिलाड़ी के जज्बे का पता चलता है। टीम किसी खिलाड़ी से यही सब चाहती है और श्रेय उसे जाता है। दबाव था और जिस तरह से उसने बल्लेबाजी की वह विशेष था।' रहाणे ने कहा कि मैच ड्रा कराने का श्रेय उन सभी को जाता है जिन्होंने दबाव में अच्छा प्रदर्शन किया और टीम की जरूरतों के हिसाब से बल्लेबाजी की। 
उन्होंने कहा, ‘यह परिणाम टेस्ट मैच जीतने जैसा ही अच्छा है। जब आप विदेश दौरे पर आते हो और इस तरह के मैच खेलते हो तो यह वास्तव में विशेष होता है जैसा मैंने कहा कि यह जीत के समान महत्वपूर्ण है।' रहाणे ने कहा, ‘विहारी, अश्विन, (ऋषभ) पंत, (चेतेश्वर) पुजारा को श्रेय जाता है। रोहित शर्मा ने शुरुआत में अच्छी बल्लेबाजी की। हर किसी ने योगदान दिया लेकिन श्रेय उन दोनों खिलाड़ियों को जाता है जो आखिर तक टिके रहे।'' अपनी विकेटकीपिंग के कारण पिछले कुछ समय से आलोचकों के निशाने पर रहे पंत ने 97 रन की आकर्षक पारी खेली और कप्तान ने उनके प्रदर्शन पर खुशी जतायी। 
रहाणे ने कहा, ‘‘उसने शानदार बल्लेबाजी की और दुर्भाग्य से वह 97 रन पर आउट हो गया। हां उससे कैच छूटे लेकिन जहां तक वह सीख रहा है यह काफी महत्वपूर्ण है। ऋषभ ने जिस तरह से बल्लेबाजी की उससे मैं वास्तव में खुश हूं। यह विशेष पारी थी।' पंत को पांचवें नंबर पर भेजने के बारे में उन्होंने कहा, ‘कप्तान और टीम प्रबंधन के तौर पर आपको रणनीति बनानी होती है और इस पर अमल करना खिलाड़ी पर निर्भर होता है।' उन्होंने कहा, ‘जिस तरह से उसने जवाबी हमला किया वह वास्तव में शानदार था। ऋषभ जिस तरह से बल्लेबाजी करता है हम जानते थे कि वह किसी भी परिस्थिति में हमारे लिये मैच जीत सकता है। 
वह दिन प्रतिदिन सुधार कर रहा है।’ रहाणे ने कहा कि पंत और पुजारा के आउट होने के बाद टीम ने जीत के लिये कोशिश नहीं करने का फैसला किया क्योंकि विहारी भी चोटिल हो गया था। उन्होंने कहा, ‘ऋषभ और पुजारा जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे थे, तब हमें एक बार में एक सत्र पर गौर करने की जरूरत थी। ऋषभ और पुजारा के आउट होने के बाद दुर्भाग्य से विहारी चोटिल हो गये और इसलिए उन्हें अलग तरह की भूमिका निभानी पड़ी।'

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