भारत में कल से होगा घरेलू क्रिकेट का आगाज

110 मैचों के बाद मिलेगा नया चैम्पियन

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी दिखाएगी आईपीएल का रास्ता  

-नवीन श्रीवास्तव (क्रिकेट कमेंटेटर)

ग्वालियर। वैश्विक महामारी कोरोना ने पिछले एक साल में जनमानस के अंदर अनचाहा डर पैदा कर दिया है। समूची गतिविधियां ठहर सी गई हैं। खेल मैदान खिलाड़ियों से खाली हैं तो खेलप्रेमियों को अपने स्टारों के असली पौरुष का पता नहीं चल पा रहा है। हमें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की प्रशंसा करनी होगी कि जो काम भारतीय खेल मंत्रालय अभी तक नहीं कर पाया है उसे उसने अपने बेहतरीन इंतजामों से चरितार्थ कर दिखाया है। कल यानि 10 जनवरी से भारत में घरेलू क्रिकेट का आगाज होने जा रहा है। दर्शक बेशक मैदानों से दूर रहेंगे लेकिन होनहार क्रिकेटर अपना शत-प्रतिशत कौशल दिखाएंगे।   

कल 10 जनवरी से कोरोना-कॉल के बीच देश के चुनिंदा सात शहरों में सिक्योर बायो-बबल में प्रतिष्ठित सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के साथ ही डोमेस्टिक क्रिकेट की शुरुआत होने जा रही है। 10 से 31 जनवरी तक आयोजित होने वाले सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के बारहवें संस्करण के लिए बीसीसीआई ने बायो बबल के बीच इस टूर्नामेंट को आयोजित करने के लिए सख्त नियम के साथ गाइड लाइन जारी की है। बोर्ड को पता है कि सैयद मुश्ताक अली प्रतिस्पर्धा का सफल आयोजन आईपीएल और अन्य घरेलू क्रिकेट का आधार बनेगा।

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का चैम्पियन कौन होगा, ट्रॉफी किसकी झोली में जाएगी, इसका फैसला 110 मैचों के सफर के बाद होगा। गत वर्ष सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का चैम्पियन 149 मैचों के बाद मिला था। इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण घरेलू क्रिकेट सत्र की शुरुआत देरी से हो रही है। इसे देखते हुए ही बीसीसीआई ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का फॉर्मेट इस बार थोड़ा छोटा किया है। इस वर्ष आयोजित सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सुपर लीग के मुकाबले नहीं होंगे। 38 टीमों के मध्य अलग-अगल ग्रुप लीग मैचों के बाद आठ टीमें नॉकआउट दौर यानि क्वार्टर फाइनल में प्रवेश करेंगी। अहमदाबाद के नए नवेले स्टेडियम में 26 और 27 जनवरी को क्वार्टर फाइनल, 29 जनवरी को सेमीफाइनल तथा 31 जनवरी को खिताबी मुकाबला होगा। देखना दिलचस्प होगा कि क्या लगातार दो बार का चैम्पियन कर्नाटक खिताबी तिकड़ी लगाएगा।        

मध्य प्रदेश का पहला मुकाबला 11 को गोवा से

एलीट ग्रुप डी के मुकाबले इंदौर में 11 जनवरी से शुरू होंगे। मध्य प्रदेश को अपने घरेलू मैदान पर खेलने का लाभ ज़रूर मिलेगा, लेकिन नॉकआउट दौर में पहुंचने के लिए उसे एड़ी-चोटी का ज़ोर लगाना होगा। पार्थ साहनी की अगुआई में मेजबान मध्यप्रदेश टीम अपना पहला मैच दूधिया रोशनी में शाम सात बजे से होल्कर क्रिकेट स्टेडियम में गोवा से खेलेगी। इसके पूर्व यहां ग्रुप डी का पहला मैच सौराष्ट्र और सर्विसेज के बीच 12 बजे से होगा। इसी ग्रुप में शामिल राजस्थान और विदर्भ के बीच मैच 12 बजे से एमरल्ड हाईस्कूल ग्राउंड इंदौर में खेला जाएगा। एलीट ग्रुप डी के सभी लीग मैच इंदौर में 11, 13, 15, 17 और 19 जनवरी को खेले जाएंगे। प्रतिदिन 3-3 मैच होंगे। दो मैच होल्कर क्रिकेट स्टेडियम में और एक मैच एमरल्ड हाईस्कूल ग्राउंड में खेला जाएगा। इसके अलावा एलीट ग्रुप ए, बी और सी के लीग मैच बेंगलुरू, कोलकाता और बड़ौदा में जबकि एलीट ग्रुप ई के मैच मुंबई में होंगे। प्लेट ग्रुप के मैच चेन्नई में खेले जाएंगे। 

आसान नहीं होगी क्वार्टर फाइनल की राह

टीमों के लिए क्वार्टर फाइनल में स्थान बनाना चुनौतीपूर्ण होगा। अंतिम आठ में पहुंचने के लिए राह आसान नहीं होगी। प्रत्येक ग्रुप की शीर्ष टीम ही क्वार्टर फाइनल में प्रवेश करेगी। ग्रुप में अंक बराबर होने की स्थिति में यह देखा जाएगा कि किस टीम ने अपने ग्रुप में ज़्यादा मैच जीते हैं। यहां भी स्थिति साफ न होने पर ग्रुप में एक-दूसरे के ख़िलाफ़ हुए मैच में जो टीम जीती थी वह क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई करेगी। अगर दोनों के बीच मैच टाई हुआ हो तो नेट रन रेट देखा जाएगा। अंतिम आठ में स्थान बनाने वाली इन छह टीमों के अलावा क्वार्टर फाइनल में वह दो अन्य टीमें स्थान बनाने में कामयाब होंगी जिनके सबसे अधिक अंक होंगे। अंक बराबरी की स्थिति में निर्धरित नियम लागू होंगे।

(लेखक मधुर वाणी सरताज ही नहीं क्रिकेट के बड़े जानकार भी हैं।)

रिलेटेड पोस्ट्स