दोनों वर्ल्ड कप की सफलता के बराबर है बॉक्सिंग-डे टेस्ट की जीत

कोहली के बचाव में फारुक इंजीनियर
भारतीय बल्लेबाज अपनी गलती से पहले टेस्ट में 36 रन पर सिमटे
सिडनी।
भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में बॉक्सिंग-डे टेस्ट हराकर 4 टेस्ट की सीरीज 1-1 से बराबर कर दी। विराट कोहली के पैटरनिटी लीव पर जाने के बाद अजिंक्य रहाणे ने कप्तानी संभालते हुए टीम को जीत दिलाई। जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है। इसी क्रम में पूर्व भारतीय क्रिकेट फारूख इंजीनियर ने इस जीत को 1983 और 2011 वनडे वर्ल्ड कप की जीत के बराबर बताया है।
बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का दूसरा टेस्ट मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया था, जिसमें टीम इंडिया ने 8 विकेट से जीत दर्ज की। इस टेस्ट में रहाणे ने 112 रन की शतकीय पारी भी खेली थी। जबकि सीरीज का पहला मैच ऑस्ट्रेलिया 8 विकेट से जीती थी।
पूर्व विकेटकीपर फारूख इंजीनियर ने स्पोर्ट्सकीड़ा से कहा, ‘‘सीरीज में पिछड़ने के बाद यह वापसी का शानदार तरीका रहा। यह जीत वर्ल्ड कप और 1971 के द ओवल टेस्ट में मिली जीत के जैसी ही है।’’ पहले टेस्ट की दूसरी पारी में भारतीय टीम अपने टेस्ट इतिहास के सबसे छोटे 36 रन के स्कोर पर सिमट गई थी। इस पर फारूख ने कहा- उस पारी में ऑस्ट्रेलियाई बॉलर्स ने लाइन लैंथ पर बॉलिंग की थी। उनकी रणनीति के मुताबिक हमारे बल्लेबाज लगातार गलतियां करते गए और नतीजा सबके सामने है।
रहाणे की तारीफ में इंजीनियर ने कहा- ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में हमारे लड़कों ने शानदार वापसी की। कप्तान अजिंक्य रहाणे और पूरी टीम को इस काम के लिए सलाम। मैं हमेशा से ही रहाणे का प्रशंसक रहा हूं। सामने आकर रहाणे ने टीम का नेतृत्व किया। उसने दिखाया कि मैं कर सकता हूं तो आप भी कर सकते हैं। मुंबई के शिवाजी पार्क से आने वाला रहाणे एक फाइटर है।
1983 और 2011 में जीते दो वर्ल्ड कप
टीम इंडिया ने पहला वर्ल्ड कप 1983 में कपिल देव की कप्तानी में जीता था। इंग्लैंड में खेले गए इस टूर्नामेंट के फाइनल में भारत ने वेस्टइंडीज को शिकस्त दी थी। दूसरा वर्ल्ड कप 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में जीता था। मुंबई के वानखेड़े में खेले गए फाइनल में टीम इंडिया ने श्रीलंका को शिकस्त दी थी। वहीं, पूर्व भारतीय क्रिकेटर फारूख ने 1961 से 1975 के बीच 46 टेस्ट और 5 वनडे खेले थे।
कोहली और अनुष्का शर्मा जनवरी में पैरेंट्स बनने वाले हैं। इस कारण सीरीज के पहले टेस्ट के बाद कोहली पैटरनिटी लीव पर चले गए हैं। जिस पर उन्हें सोशल मीडिया पर काफी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। इस पर फारूख ने कहा, ‘‘कोहली का यह निजी फैसला है। वे अपने पहले बच्चे के जन्म के समय पत्नी के साथ रहना चाहते हैं। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। मैं मानता हूं कि उन्हें ट्रोल करना भी गलत है।’’
फारूख ने कहा, ‘‘मैं 4 बच्चों का पिता हूं। भारतीय टीम के लिए खेलते समय मैं सभी बच्चों के जन्म के समय पत्नी के साथ मौजूद नहीं था। उस वक्त ऐसा नहीं होता था। इसका मतलब यह नहीं है कि ऐसा नहीं होना चाहिए। यदि मुझे मौका मिलता तो मैं टीम के लिए खेलने को प्राथमिकता देता, क्योंकि पहले टेस्ट में टीम को हार मिली थी। हालांकि, इस मॉडर्न ट्रेंड में कोहली को दोष देना गलत होगा।’’

रिलेटेड पोस्ट्स