पाकिस्तानी तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने क्रिकेट को कहा अलविदा

टीम मैनेजमेंट के बर्ताव से दुखी था 
कराची।
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना लिया है। पाकिस्तान टीम मैनेजमेंट के बर्ताव से दुखी होकर आमिर ने यह फैसला लिया है। मोहम्मद आमिर ने अपने करियर के शुरुआती सालों में बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन किया था, लेकिन साल 2010 में स्पॉट फिक्सिंग में फंसने के बाद उन पर पांच साल का बैन लगा। इसके बाद, आमिर ने इंटरनेशनल क्रिकेट में फिर से वापसी की और पाकिस्तान की टीम को पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
आमिर दुनिया भर में खेली जाने वाली टी-20 लीग में भी अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहे हैं। टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा की बाद आमिर की काफी आलोचना हुई थी और पाकिस्तान की ओर से लिमिटेड ओवर क्रिकेट में भी उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल रहा है, माना जा रहा है इसी वजह से आमिर ने संन्यास का फैसला लिया है। आमिर ने पाकिस्तान के जर्नलिस्ट शोएब जट्ट से बातचीत के दौरान कहा, 'मैं क्रिकेट से दूर नहीं जा रहा हूं। मुझे नहीं लगता है कि मैं इस मैनेजमेंट के अंडर क्रिकेट खेल पाऊंगा। मुझे लगता है कि फिलहाल क्रिकेट छोड़ देना चाहिए। मुझे मानसिक रूप से टॉर्चर किया जा रहा है। 
मोहम्मद आमिर ने पाकिस्तान के लिए 36 टेस्ट, 61 वनडे और 50 टी20 मैच खेले और इस दौरान उन्होंने कुल मिलाकर 259 विकेट अपने नाम किए। अपनी स्विंग गेंदबाजी के आमिर काफी मशहूर रहे और बड़े से बड़े बल्लेबाजों को उन्होंने घुटने टेकने पर मजबूर किया।  वनडे में  30 रन देकर 5 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा, जबकि टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 44 रन देकर एक पारी में 6 विकेट झटके। तीनों ही फॉर्मेट में उनका इकॉनमी काफी अच्छा रहा। 

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