टीम इंडिया के पास ऑस्ट्रेलिया से पहली बार लगातार 3 टेस्ट सीरीज जीतने का मौका

एडिलेड और मेलबर्न में भारत पहले भी जीत चुका
शुरुआती दो टेस्ट में नहीं खेलेंगे रोहित
एडीलेड।
भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 4 टेस्ट की सीरीज खेलना है। पहला टेस्ट 17 दिसंबर से खेला जाएगा, जो डे-नाइट होगा। टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया को पिछली दो टेस्ट सीरीज में शिकस्त दे चुकी है। ऐसे में भारत के पास उसके खिलाफ पहली बार लगातार 3 टेस्ट सीरीज जीतने का मौका है। टीम इंडिया ने पिछली बार ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 3-1 से शिकस्त दी थी। टीम की ऑस्ट्रेलिया में यह पहली टेस्ट सीरीज जीत थी। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में अब तक 12 में से 8 सीरीज हारीं और 3 ड्रॉ खेली हैं।
भारतीय टीम को इस बार एडिलेड, मेलबर्न, सिडनी और ब्रिस्बेन में 1-1 टेस्ट खेलना है। 2018 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर भारतीय टीम ने मेजबान ऑस्ट्रेलिया को एडिलेट टेस्ट में 31 और मेलबर्न टेस्ट में 137 रन से शिकस्त दी थी। सिडनी में खेला गया सीरीज का आखिरी टेस्ट ड्रॉ रहा था। पिछली बार एक मैच पर्थ में खेला गया था, जो ऑस्ट्रेलिया ने 146 रन से जीता था। इस बार यह मैच ब्रिस्बेन में खेला जाएगा।
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली पहले टेस्ट के बाद पैटरनिटी लीव पर चले जाएंगे। बाकी तीन मैच में अजिंक्य रहाणे कप्तानी संभालेंगे। ऐसे में पहले टेस्ट के बाद भारतीय टीम के लिए चेतेश्वर पुजारा, रहाणे, मयंक अग्रवाल, लोकेश राहुल और पृथ्वी शॉ की-प्लेयर रहेंगे। पुजारा 2018 में मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में टॉप स्कोरर रहे थे। वे 500+ रन बनाने और 3 शतक लगाने वाले अकेले प्लेयर थे। उनके अलावा टॉप-3 में ऋषभ पंत (350) और विराट कोहली (282) इंडियन बैट्समैन ही थे।
चोटिल रोहित शर्मा फिट होकर टीम में लौटे हैं। वे जल्द ही ऑस्ट्रेलिया पहुंच जाएंगे। 14 दिन क्वारैंटाइन पीरियड के कारण रोहित पहला टेस्ट नहीं खेल सकेंगे। उनका दूसरा टेस्ट में भी खेलना मुमकिन नहीं लग रहा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा रन के मामले में टॉप-5 भारतीयों में मौजूदा टीम से अकेले पुजारा शामिल हैं।
2018 सीरीज के टॉप विकेट टेकर जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के कंधों पर इस बार फिर गेंदबाजी का दारोमदार रहेगा। रविचंद्रन अश्विन, कुलदीप यादव, रविंद्र जडेजा और उमेश यादव को भी पिछले दौरे का अनुभव काम आएगा। पिछली सीरीज में बुमराह ने 21 और शमी ने 16 विकेट लेकर टीम को सीरीज जिताई थी।
इस बार नवदीप सैनी और मोहम्मद सिराज पहली बार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जा रहे हैं। शमी, बुमराह और उमेश के रहते दोनों में से किसी को भी प्लेइंग इलेवन में मौका मिलना मुश्किल है। यदि इनमें से किसी को प्लेइंग इलेवन में चुना जाता है, तो इनके पास अपनी जगह पक्की करने का बड़ा मौका रहेगा।
टीम इंडिया के लिए टेस्ट सीरीज में चुनौतियां
भारतीय कप्तान विराट कोहली पहले टेस्ट के बाद पैटरनिटी लीव पर चले जाएंगे। जबकि पिछले साल के शुरुआत में टेस्ट में डबल सेंचुरी लगा चुके रोहित शर्मा शुरुआती दो टेस्ट नहीं खेल सकेंगे। ऐसे में टीम इंडिया को काफी स्ट्रगल करना पड़ेगा।
स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर बॉल टेम्परिंग के कारण 1 साल का प्रतिबंध झेलकर वापसी कर रहे हैं। यह दोनों दिग्गज बेहतरीन फॉर्म में भी हैं। ऐसे में भारतीय गेंदबाजों को इनसे पार पाना होगा।
ऑस्ट्रेलिया टीम में बल्लेबाजी लाइनअप काफी मजबूत है। इसमें ओपनर वॉर्नर, मार्नस लाबुशाने, स्मिथ, टिम पैन, मैथ्यू वेड और पैट कमिंस शामिल हैं। हालांकि, भारतीय गेंदबाजी लाइनअप में भी जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, और रविचंद्रन अश्विन जैसे बॉलर हैं।
भारतीय टीम
बैट्समैन: विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे (उपकप्तान), रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल, ऋद्धिमान साहा (विकेटकीपर) और ऋषभ पंत (विकेटकीपर)।
ऑलराउंडर: हनुमा विहारी, रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन।
बॉलर: कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, नवदीप सैनी, उमेश यादव और मोहम्मद सिराज।
ऑस्ट्रेलिया टीम
बैट्समैन: टिम पैन (कप्तान और विकेटकीपर), डेविड वॉर्नर, स्टीव स्मिथ, मैथ्यू वेड (विकेटकीपर), जो बर्न्स, मार्कस हैरिस और ट्रेविस हेड।
ऑलराउंडर: कैमरून ग्रीन, मार्नस लाबुशाने और माइकल नेसेर।
बॉलर: पैट कमिंस, सीन एबॉट, जोश हेजलवुड, नाथन लियोन, जेम्स पैटिंसन, मिचेल स्टार्क और मिचेल स्वेप्सन।

रिलेटेड पोस्ट्स