मुक्केबाजों की राह में रोड़ा बना कोरोना

इटली से बॉक्सरों को जाना है जर्मनी 
कोलोन विश्व कप में भाग लेना अधर में 
नई दिल्ली।
टोक्यो ओलम्पिक की इटली में तैयारियां कर रहे पुरुष और महिला बॉक्सरों का दिसम्बर माह में होने वाले कोलोन विश्व कप में भाग लेना अधर में लटक गया है। एक तो बॉक्सरों का वीजा पांच दिसम्बर को समाप्त हो रहा है, ऊपर से जर्मनी में बढ़ते हुए कोरोना के मामलों ने बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को उलझन में डाल दिया है। फिल्हाल बॉक्सरों का एक दिसम्बर को इटली से जर्मनी जाने का कार्यक्रम है, लेकिन इस पर अब तक अंतिम मुहर नहीं लग पाई है।
टोक्यो ओलम्पिक की तैयारियों के लिए बीएफआई ने इटली के अलावा जर्मनी में ट्रेनिंग और कोलोन विश्व कप में खेलने का कार्यक्रम बनाया था। पहले केमेस्ट्री कप के नाम से विख्यात यह टूर्नामेंट बेहद महत्वपूर्ण है। इसमें दुनिया के नामी-गिरामी मुक्केबाज भाग लेते हैं। भारत इसमें लगातारा भागीदारी करता आया है। टीम इटली में थी और टूर्नामेंट भी इसी समय होना था तो बीएफआई ने इसमें भाग लेने के साथ ट्रेनिंग का कार्यक्रम कोलोन में बना लिया।
सूत्रों का कहना है कि बीएफआई पसोपेश में है कि जर्मनी में कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में वहां बॉक्सरों को भेजना ठीक रहेगा या नहीं। ऊपर से पांच दिसम्बर को बॉक्सरों का शेनेगन वीजा की अवधि समाप्त हो रही है। फेडरेशन ने वीजा की औपचारिकताएं तो शुरू कर दी हैं, लेकिन उसे यह नहीं मालूम है कि वीजा कब तक मिलेगा। अगर वीजा समय से नहीं मिला तो टीम को इटली से सीधे वापस लौटना पड़ेगा। अगर वीजा लग जाता है तो फेडरेशन एक बार फिर सोचेगी कि बॉक्सरों को टूर्नामेंट में खेलने के लिए भेजा जाए या नहीं। इटली में इस वक्त अमित पंघाल, शिवा थापा, सतीश कुमार, सुमित सांगवान, आशीष कुमार, कविंदर बिष्ट, सिमरनजीत कौर, मनीषा, साक्षी समेत 15 बॉक्सर तैयारियां कर रहे हैं।

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