'थॉमस और उबेर कप के टलने के लिए एशियाई देश जिम्मेदार'

बैडमिंटन के लिए बड़ा झटका
नई दिल्ली।
भारत के पूर्व बैडमिंटन कोच विमल कुमार ने थॉमस और उबेर कप फाइनल के स्थगित होने के लिए मंगलवार को एशियाई देशों को दोषी ठहराते हुए कहा कि प्रतियोगिता से उनके हटने के कारण खेल को 'बड़ा झटका लगा है। कोरोना वायरस महामारी के बीच शीर्ष टीमों के नाम वापस लेने के कारण विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने डेनमार्क में होने वाली थॉमस और उबेर कप प्रतियोगिता को अगले साल तक के लिए स्थगित कर दिया है।
विमल कुमार ने कहा, ''इन एशियाई देशों ने जो किया है, वह वास्तव में निराशाजनक है। इन देशों में कोई बड़ी समस्या नहीं है, वे वहां स्थानीय टूर्नामेंटों का आयोजन कर रहे हैं, इसलिए उनका इस तरह से नाम वापस लेना, खेल के लिए एक बड़ा झटका है।" थॉमस और उबेर कप के जरिए मार्च से कोविड-19 के कारण बंद अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन की बहाली होनी थी। इस टूर्नामेंट का आयोजन डेनमार्क के आरहस में तीन से 11 अक्टूबर तक होना था।
भारत ने टूर्नामेंट के लिए महिला और पुरुष दोनों टीमों की घोषणा कर दी थी। कोरोना महामारी के कारण हालांकि थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया, चीनी ताइपे और अल्जीरिया के बाद शुक्रवार को इंडोनेशिया और दक्षिण कोरिया ने भी नाम वापस ले लिया जिसकी वजह से बीडब्ल्यूएफ ने इन टूर्नामेंटों को अगले साल के लिए स्थगित कर दिया। उन्होंने कहा, ''खेलों को शुरू करने का यह आदर्श तरीका था। यहां मंच मौजूद था।" उन्होंने कहा, ''हम चीन जितने बड़े नहीं हैं, लेकिन भारत ने सकारात्मक रवैया अपनाया। हम भाग लेना चाहते हैं, लेकिन अगर बड़े देश नहीं खेलते हैं, तो बीडब्ल्यूएफ के पास क्या विकल्प बचेगा। वे टूर्नामेंट का संचालन कैसे करेंगे? मैं इसके लिए एशियाई देशों को दोषी ठहराऊंगा।"
बीडब्ल्यूएफ ने यह भी कहा कि डेनमार्क ओपन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 13 से 18 अक्टूबर तक ओडेंसे में होगा, लेकिन 20 से 25 अक्टूबर तक होने वाला विक्टर डेनमार्क मास्टर्स रद्द कर दिया गया है। डेनमार्क ओपन के आयोजन के साथ बने रहने के फैसले ने कुछ भारतीय खिलाड़ियों को असमंजस में डाल दिया है, जिनमें पीवी सिंधू, साइना नेहवाल और पारुपल्ली कश्यप शामिल हैं।
कश्यप ने कहा, ''हम अभी असमंजस में हैं कि इन परिस्थितियों में क्या किया जाए। साइना को डेनमार्क का वीजा मिल चुका है और मैंने इसके लिए आवेदन किया है। हमने अभी तक भागीदारी के बारे में फैसला नहीं किया है।" भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) ने खिलाड़ियों से टूर्नामेंट में भाग लेने के फैसले के बारे में सूचित करने को कहा है। उन्होंने कहा, ''मुझे बीएआई से एक पत्र मिला, जिसमें भाग लेने के लिए सहमति के बारे में पूछा गया है। हम भागीदारी के बारे में अगले तीन-चार दिनों में फैसला करेंगे।"
महिला युगल खिलाड़ी एन सिक्की रेड्डी भी डेनमार्क जाने को लेकर ज्यादा उत्साहित नहीं दिखीं। उन्होंने कहा, ''हमने यह फैसला किया है कि सिर्फ एक टूर्नामेंट के लिए यात्रा नहीं करेंगे, लेकिन अगर एशिया चरण के टूर्नामेंटों का आयोजन होता है तो इस बारे में सोच सकते हैं। हमें अगले दो दिनों में अपनी सहमति देनी है।" ओलम्पिक रजत पदक विजेता सिंधू की भागीदारी भी संदिग्ध है।
सिंधू के पिता रमन्ना ने कहा, ''हमने अपनी तरफ से प्रविष्टि भेज दी है। हमें हालांकि इंतजार करना होगा, क्योंकि एक टूर्नामेंट के लिए परीक्षण करना और पृथकवास नियमों का पालन करने की स्थिति को देखना होगा। हमें कोच के साथ चर्चा करने की जरूरत है और कोई फैसला करने से पहले पिछले साल के परिणाम (रैंकिंग अंक के लिए) देखने होंगे।"
पुरुष एकल खिलाड़ी और 2018 सारलोरलक्स ओपन के विजेता शुभंकर डे ने कहा कि वह डेनमार्क ओपन में भाग लेंगे। उन्हें डेनमार्क बैडमिंटन लीग में खेलने का काफी अनुभव है। उन्होंने कहा, '' हम कई महीनों से खेल से दूर हैं ऐसे में खेलना और प्रतिस्पर्धा करना जरूरी है। यह अब 'नया सामान्य तरीका है, हमें इसके मुताबिक ढलना होगा। मैंने अपनी सहमति दे दी है और वीजा का इंतजार कर रहा हूं।

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