खेल पुरस्कार विजेताओं पर पैसों की बारिश

इनामी राशि में तीन गुना तक बढ़ोतरी
नई दिल्ली। भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कोविड-19 महामारी के कारण ऑनलाइन आयोजित किए गए समारोह में शानदार प्रदर्शन करने वाले देश के खिलाड़यों को सालाना राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों से सम्मानित किया जो कई शहरों से ‘लॉग इन’ हुए। इस साल 74 खिलाड़ियों को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चुना गया, जिसमें पांच को खेल रत्न और 27 को अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया, इनमें से 60 खिलाड़ियों ने भारतीय खेल प्राधिकरण के 11 केंद्रों से वर्चुअल समारोह में हिस्सा लिया।
क्रिकेटर रोहित शर्मा (खेल रत्न) और इशांत शर्मा (अर्जुन पुरस्कार) समारोह में शामिल नहीं हो सके क्योंकि वे इंडियन प्रीमियर लीग की प्रतिबद्धता के लिए संयुक्त अरब अमीरात में हैं जबकि स्टार पहलवान विनेश फोगाट (खेल रत्न) और बैडमिंटन खिलाड़ी सत्विकसाइराज रंकीरेड्डी (अर्जुन पुरस्कार) को कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद समारोह से हटना पड़ा।
इनामी राशि में तिगुनी बढ़ोत्तरी
इस बार खेल पुरस्कारों की इनामी राशि में भी भारी बढोतरी की गई। सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न की पुरस्कार राशि में 70 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई। यानि कि जिस सर्वोच्च खेल सम्मान के लिए अब तक साढ़े सात लाख रुपये मिलते थे, इस बार 25 लाख रुपये दिए गए। प्रतिष्ठित अर्जुन अवॉर्ड की इनामी राशि को भी तीन गुना किया गया। अब तक इस अवार्ड के लिए खिलाड़ियों को पांच लाख रुपये दिए जाते थे, लेकिन इस राशि को 15 लाख रुपये कर दिया गया। खेल दिवस के मौके पर मंत्री किरेन रिजिजू ने इसकी घोषणा की। यही नहीं लाइफ टाइम ध्यानचंद अवॉर्ड और लाइफ टाइम द्रोणाचार्य अवॉर्ड की इनामी राशि में भी इजाफा किया गया। इन दोनों अवॉर्डों के लिए अब पांच लाख रुपये दिए जाते रहे, लेकिन अब इसके लिए 15 लाख रुपये इनामी राशि की गई। दोनों की नियमित कैटेगरी के विजेताओं को पांच की बजाय इस बार 10 लाख रुपये मिलेंगे।
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