पुश-अप्स के माध्यम से दे रहे स्वस्थ रहने की प्रेरणा

अनूप जखमोला और ललित नेगी का सराहनीय प्रयास

खेलपथ प्रतिनिधि

देहरादून। कोरोना संक्रमण ने जहां इंसान की जिन्दगी को घरों में कैद कर रखा है वहीं वे अनचाही बीमारियों का भी शिकार हो रहे हैं। इस चिन्ताजनक स्थिति से जनमानस को उबारने के लिए उत्तराखण्ड के अनूप जखमोला और ललित नेगी पुश-अप्स के माध्यम से लोगों को स्वस्थ रहने का संदेश दे रहे हैं। संकट के समय में अनूप जखमोला और ललित नेगी की जितनी भी सराहना की जाए वह कम है।

खेलों के क्षेत्र में हमेशा सक्रिय रहने वाले अनूप जखमोला और ललित नेगी इन दिनों सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को स्वस्थ और फिट रहने का संदेश दे रहे हैं। इनके प्रयासों को शारीरिक शिक्षक, केंद्रीय विद्यालय हल्द्वानी एवं एनएचपीसी बनबसा द्वारा पूरा सहयोग दिया जा रहा है। अनूप जखमोला और ललित नेगी द्वारा देश में लगातार 25 दिनों तक 25 पुश-अप्स को पूरा करने की मुहिम चलायी जा रही है। इस मुहिम से अब तक देश भर से पांच सौ से अधिक लोग जुड़ चुके हैं और वे अपने संगी-साथियों को भी प्रेरित कर रहे हैं। इस मुहिम में चार चाँद तब लगे जब 65 वर्ष के गाजियाबाद निवासी दाउद खान अपनी उम्र को मात देते हुए लगातार पुश-अप्स करने में लीन हो गए।

अनूप जखमोला और ललित नेगी  का कहना है कि पुश-अप्स से हम डिप्रेशन, पीटीएसडी (पोस्ट ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर) और चिंता जैसी चीजों से अपने आपको बचा सकते हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि शारीरिक व्यायाम और मानसिक स्वास्थ्य के बीच एक संबंध है  और इससे भी अधिक तब जब अधिकांश लोग अभी भी लॉकडाउन या बिना काम के घरों में कैद हैं। अनूप जखमोला और ललित नेगी कहते हैं कि   पुश-अप्स का नियम सरल है। हर दिन आप खुद को 25 पुश-अप्स करते हुए रिकॉर्ड करते हैं, भले ही आपको 25 बार करने के लिए अपने घुटनों पर गिरना पड़े। कोशिश करें इसके लिए अपने मित्रों को भी प्रतिदिन प्रेरित करें। इस व्यायाम को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं। हम आशा करते हैं कि ऐसा करने से हम उन लोगों के लिए जागरूकता पैदा कर सकते हैं जो मानसिक बीमारी से पीड़ित हैं। आप अकेले नहीं हैं, हम आपके साथ हैं। अगर आप संघर्ष कर रहे हैं तो बोलने से मत डरिए। इस प्रेरणादायी मुहिम को बड़े-बूढ़ों का सहयोग मिलना बहुत ही उत्साहवर्धक है।

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