बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया पर पौने चार करोड़ रुपये का जुर्माना

स्विट्जरलैंड स्थित कोर्ट जाएगी बीएफआई

खेलपथ प्रतिनिधि
नई दिल्ली।
बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) ने अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी महासंघ (आईबा) की ओर से विश्व चैम्पियनशिप छीने जाने और पौने चार करोड़ रुपये का भारी भरकम जुर्माना लगाने को गंभीरता से लिया है। बीएफआई ने मन बना लिया है कि अगर आईबा ने उस पर लगाए गए पांच लाख अमेरिकी डॉलर के जुर्माने को वापस नहीं लिया तो उसके पास लुसाने (स्विट्जरलैंड) स्थित कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (कैस) में जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।
उसके पास अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक परिषद (आईओसी) का दरवाजा खटखटाने का भी विकल्प है। बीएफआई को हैरानी इस बात की है कि 2017 में 2021 पुरुष विश्व चैम्पियनशिप की मेजबानी उसने 40 लाख अमेरिकी डॉलर (करीब 30 करोड़ रुपये) की बोली में हासिल की थी। लेकिन आईबा ने उससे मेजबानी छीनने के बाद इस चैम्पियनशिप के लिए निकाली गई नई बोली इसके आधे दामों यानि कि 20 लाख डॉलर (करीब 15 करोड़ रुपये) में निकाली जोकि पूरी तरह गलत है।
बीएफआई ने कहा कि एक दिसम्बर 2019 को विश्व चैम्पियनशिप की मेजबानी की पहली किस्त (15 करोड़ रुपये) नहीं भरने पर आईबा ने जब नई बोली आमंत्रित की तो इसकी सूचना उन्हें नहीं दी। यही नहीं नई बोली निकाले जाने से पहले बीएफआई को किस्त भरने के लिए कोई आधिकारिक इनवायस भी नहीं भेजी। फेडरेशन का मानना है कि पहली बार जब चैम्पियनशिप की मेजबानी 40 लाख डॉलर में निकाली जा चुकी है तो उसे वापस 20 लाख डॉलर में कैसे निकाला जा सकता है। फिर कम दामों में दोबारा निकाली गई बोली में भी जब कोई देश मेजबानी के लिए आगे नहीं आया तो आईबा ने फरवरी में मेजबानी के लिए पहली किस्त 20 लाख डॉलर की इनवायस भेज दी। इस पर फेडरेशन ने आईबा से पूछा कि उन्होंने दोबारा बोली 20 लाख डॉलर में निकाली है तो फिर उनसे पहली बोली के अनुसार राशि क्यों मांगी जा रही है। इसका आईबा ने फेडरेशन को जवाब नहीं दिया। थोड़े दिनों में आईबा ने दोबारा बोली यानि कि 20 लाख डॉलर के अनुसार बेलग्रेड (सर्बिया) को मेजबानी सौंप दी। उसके बाद फेडरेशन से पौने चार करोड़ रुपये का हर्जाना भी मांग लिया।

रिलेटेड पोस्ट्स