भारत के हर निशानेबाज में टोक्यो में पदक जीतने का दमः अभिनव बिन्द्रा

नई दिल्ली। भारत को ओलम्पिक में एकल स्पर्धा में पहला स्वर्ण पदक दिलाने वाले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने कहा है कि इस बार ओलम्पिक से पहले भारतीय निशानेबाजी दल काफी मजबूत है और इतना मजबूत दल पहले कभी नहीं रहा। अभी तक भारत के 15 निशानेबाज ओलम्पिक कोटा हासिल कर चुके हैं। भारत से ज्यादा सिर्फ अमेरिका (21) और चीन (23) ही ओलम्पिक कोटा हासिल कर पाए हैं।

बिंद्रा ने आईएएनएस से कहा, “पहले हम कभी भी ओलम्पिक में इससे ज्यादा संभावनाओं के साथ नहीं गए। हमारे पास 15 खिलाड़ी हैं, जो क्वॉलीफाई कर चुके हैं और हर कोई पदक जीतने का दम रखता है।” जिन खिलाड़ियों ने ओलम्पिक कोटा हासिल किया है उनमें से अधिकतर युवा हैं, उदाहरण के तौर पर पिस्टल निशानेबाज सौरव चौधरी, मुन भाकेर। बिंद्रा ने कहा कि टीम युवा है, इसलिए टोक्यो में क्या परिणाम होगा यह कहना मुश्किल होगा।

उन्होंने कहा, “यह काफी युवा टीम है इसलिए प्रदर्शन की भविष्यवाणी करना काफी मुश्किल है। उन्होंने हालांकि इस बात को बताया है कि उच्च स्तर पर जीतने के लिए जो चाहिए होती है वो प्रतिभा उनके पास है। हम यही कह सकते हैं और अंत में यह इस पर निर्भर करता है कि आप दिन विशेष पर कैसा प्रदर्शन करते हैं। लेकिन इन खेलों से पहले भारत के कई निशानेबाज पदक जीतते दिख रहे हैं और ऐसा मैंने पहले कभी नहीं देखा।”

रियो ओलम्पिक-2016 में भी भारतीय निशानेबाजों से काफी उम्मीदें थी और बिंद्रा भी उन उम्मीदों का हिस्सा थे, लेकिन बिंद्रा सहित एक भी निशानेबाज पदक नहीं ला सके थे। भारत 2004 से लेकर 2012 तक लगातार ओलम्पिक में निशानेबाजी में पदक जीतकर लाया है, लेकिन 2016 में वह इसे जारी नहीं रख सका।

बिंद्रा ने हालांकि कहा कि मौजूदा पौध रियो में किए गए निराशाजनक प्रदर्शन के बाद लिए गए फैसलों का परिणाम नहीं है। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह लगातार चले आ रहे प्रयासों और मेहनत का नतीजा है। यह वो प्रक्रिया है जिसमें यह खेल बीते 10 वर्षों में निखरा है और कई युवा खिलाड़ी सामने आए हैं। यह प्रक्रिया एथेंस में जीते गए रजत, 2008 में जीते गए स्वर्ण और 2012 में जीते गए रजत और कांस्य से जागी थी।” बिंद्रा ने हालांकि किसी खिलाड़ी का नाम नहीं लिया जो पदक जीत सकता है। उन्होंने कहा, “यह सवाल गलत है। सभी 15 के पदक जीतने की संभावना है। मैं किसी एक खिलाड़ी का नाम लूं, तो यह बाकी के खिलाड़ियों के साथ नाइंसाफी होगी।”

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