रक्षात्मक रवैया छोड़ें, शाॅट खेलें

वेलिंगटन, 25 फरवरी (एजेंसी)
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच से पहले, अपने बल्लेबाजों से बेहद रक्षात्मक रवैया छोड़ने की अपील करते हुए कहा कि विदेशी दौरों में इस तरह के खेल से कभी फायदा नहीं मिलता। भारत को बेसिन रिजर्व में पहले टेस्ट मैच में दस विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। वह तेज गेंदबाजों के लिये मददगार पिच पर दोनों पारियों में 200 रन तक भी नहीं पहुंच पाया था। कोहली ने हार के बाद कहा, ‘मुझे लगता है कि बल्लेबाजी इकाई के तौर पर हम जिस भाषा का उपयोग करते हैं, उसे सही करना होगा।

मुझे नहीं लगता कि सतर्क होने या बेहद सावधानी बरतने से मदद मिलेगी क्योंकि ऐसे में हो सकता है कि आप अपने शॉट नहीं खेल पाओ।’ दूसरी पारी में तकनीकी तौर पर मंझे हुए बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने बेहद रक्षात्मक रवैया अपनाया और 81 गेंदों पर 11 रन बनाये। हनुमा विहारी ने 79 गेंदें खेलीं और 15 रन बनाये। बल्लेबाजी इकाई किसी भी समय लय हासिल करने में नाकाम रही। पुजारा ने बीच में 28 गेंद तक एक भी रन नहीं बनाया और ऐसे में दूसरे छोर पर खड़े मयंक अग्रवाल को ढीले शॉट खेलने के लिये मजबूर होना पड़ा। भारतीय कप्तान को यह कतई पसंद नहीं है कि आप दौड़कर एक रन न लो और किसी अच्छी गेंद का इंतजार करो जो आपका विकेट ही ले लेगी। कोहली ने कहा, ‘आपको संदेह पैदा होगा, अगर इन परिस्थितियों में एक रन भी नहीं बन रहा है, आप क्या करोगे? आप केवल यह इंतजार कर रहे हो कि कब वह अच्छी गेंद आएगी जो आपका विकेट ले लेगी।’ भारतीय कप्तान को विरोधी टीम पर हावी होने के लिये जाना जाता है और वह चाहते हैं कि उनके कुछ बल्लेबाज भी इसका अनुसरण करें। उन्होंने कहा, ‘मैं परिस्थितियों का आकलन करता हूं, अगर मैं देखता हूं विकेट पर घास है तो मैं हमलावर तेवर दिखाता हूं ताकि मैं अपनी टीम को आगे ले जा सकूं।’ कोहली ने कहा, ‘अगर आप सफल नहीं होते, तो आपको यह स्वीकार करना होगा कि आपकी सोच सही थी आपने कोशिश की लेकिन अगर इससे फायदा नहीं मिला तो उसे स्वीकार करने में कोई बुराई नहीं है।’ कप्तान ने अपनी राय को स्पष्ट करते हुए कहा, ‘लेकिन मुझे नहीं लगता कि सतर्क रवैये से कभी फायदा मिलता है विशेषकर विदेशी पिचों पर।’
नंबर वन टेस्ट टीम को 4 दिन के अंदर आउट होते नहीं देखा : मैकमिलन
न्यूजीलैंड के पूर्व आलराउंडर क्रेग मैकमिलन ने मंगलवार को कहा कि भारतीय बल्लेबाज इस तरह से खेल रहे थे मानो वे भारत में खेल रहे हों और उनकी इस तरह की बल्लेबाजी काम नहीं आयी। भारतीय बल्लेबाज विपरीत परिस्थितियों में नहीं चल पाये और टीम को पहले मैच में दस विकेट से शिकस्त झेलनी पड़ी। मैकमिलन ने एक रेडियो चैनल से कहा, ‘वे जिस तरह से खेले उसमें किसी तरह का सामंजस्य नहीं बिठाया। उन्होंने उस तरह से बल्लेबाजी की जैसे वह भारत में करते हैं।’ मैकमिलन ने कहा, ‘मैंने दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम भारत को इस तरह से 4 दिन के अंदर आउट होते हुए नहीं देखा।’उन्होंने न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों टिम साउदी और ट्रेंट बोल्ट की भी तारीफ की। मैकमिलन ने कहा, ‘जब गेंद स्विंग कर रही हो जैसा कि वेलिंगटन में कर रही थी तो फिर बोल्ट और साउदी का जवाब नहीं है।’ उन्होंने न्यूजीलैंड के प्रदर्शन को बेहतरीन करार दिया।
भारतीय बल्लेबाजों के आत्मसमर्पण से हैरान, पर वे दमदार वापसी करेंगे : कीवी कोच स्टीड
न्यूजीलैंड के कोच गैरी स्टीड ने मंगलवार को कहा कि पहले टेस्ट मैच में भारत के आसानी से आत्मसमर्पण कर देने से उन्हें थोड़ा हैरानी हुई लेकिन उन्हें उम्मीद है कि वे क्राइस्टचर्च में दमदार वापसी करेंगे। भारत पहले टेस्ट मैच में 165 और 191 रन पर आउट हो गया जिसके कारण उसे 10 विकेट से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। स्टीड ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा, ‘यह थोड़ा हैरान करने वाला था लेकिन ऐसा इसलिए भी हुआ क्योंकि हमने उसके खिलाड़ियों पर लंबे समय तक दबाव बनाये रखा।’ न्यूजीलैंड के मुख्य कोच ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि भारतीय बल्लेबाज अधिक दबदबा बनाने की कोशिश करेंगे और यह हमारे गेंदबाजों के लिये चुनौती होगी क्योंकि भारत जैसी विश्वस्तरीय टीम दमदार वापसी करेगी।’ नील वैगनर अपने बच्चे के जन्म के कारण पहले टेस्ट मैच में नहीं खेल पाये थे। उनकी दूसरे मैच में वापसी हुई है।

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