2021 से सिंथेटिक शटलकॉक का होगा उपयोग

सिंथेटिक पंखों वाली शटलकॉक का हुआ टेस्ट
विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) के अनुसार वर्ष 2021 में बैडमिंटन टूर्नामेंटों में सिंथेटिक पंखों वाली नये प्रकार की शटलकॉक का उपयोग किया जाएगा। बीडब्ल्यूएफ ने बताया कि सिंथेटिक पंखों वाली शटलकॉक का टेस्ट और ट्रायल किया गया है, जिसे योनेक्स ने संयुक्त रूप से तैयार किया है जो काफी किफायती होने के साथ साथ प्राकृतिक पंखों वाली शटलकॉक की तुलना में अधिक लंबे समय तक चलने वाली है।
वैश्विक संस्था ने एक बयान में कहा,“ विभिन्न प्रयोगों के बाद यह देखा गया है कि सिंथेटिक शटलकॉक से शटलकॉक का उपयोग 25 फीसदी कम किया जा सकता है जो बैडमिंटन को वित्तीय रूप से ही नहीं बल्कि प्राकृतिक रूप से भी फायदा पहुंचाएगा और भविष्य में कारगर साबित होगा।”
बीडब्ल्यूएफ के अनुसार,“ प्रयोगों के बाद अब बीडब्ल्यूएफ सिंथेटिक पंख वाली शटलकॉक को अपनी सहमति देता है जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय रूप से बीडब्ल्यूएफ द्वारा मान्यता प्राप्त टूर्नामेंटों में आधिकारिक रूप से इन शटलकॉक का उपयोग किया जा सकेगा। यह फैसला 2021 से प्रभावी होगा।”
वैश्विक संस्था ने साथ ही कहा कि यह विभिन्न टूर्नामेंटों के मेजबानों पर निर्भर करेगा कि वे मान्यता प्राप्त सिंथेटिक शटलकॉक में किस ब्रांड का उपयोग करते हैं। साथ ही बीडब्लूएफ ने इन शटलकॉकों को तैयार करने के लिये एकसमान तकनीक का उपयोग करने के लिए भी योजना पर सहमति दी है, ताकि इसे लेकर किसी तरह का अंतर पैदा न हो। उल्लेखनीय है कि एक शटलकॉक में 16 पंखों का उपयोग किया जाता है जो गूस या बत्तख के पंख होते हैं।
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