शटलर अश्मिता बनी एकल चैम्पियन

भारत पांचवें दिन 19 स्वर्ण सहित 41 पदक जीतकर शीर्ष पर 

बैडमिंटन खिलाड़ियों की अगुवाई में भारत ने फिर यहां शुक्रवार को 13वें दक्षिण एशियाई खेलों के 5वें दिन 19 स्वर्ण सहित 41 पदक जीतकर शीर्ष पर स्थान मजबूत करते हुए अन्य देशों से अंतर बढ़ा दिया। भारत ने 5वें दिन 18 रजत और 4 कांस्य से अपने पदकों की कुल संख्या 165 (81 स्वर्ण, 59 रजत और 25 कांस्य) पहुंचा दी जिससे वह दूसरे स्थान पर चल रहे नेपाल (41 स्वर्ण, 27 रजत और 48 कांस्य) से काफी आगे है। भारत के लिये शटलरों ने शुक्रवार को सबसे ज्यादा स्वर्ण (4) पदक हासिल किये। अश्मिता और सिरील वर्मा ने यहां क्रमश: महिला और पुरुष एकल वर्ग के बैडमिंटन मुकाबले में स्वर्ण पदक हासिल किये। इसके साथ ही ध्रुव कपिला ने पुरुष युगल और मिश्रित युगल में स्वर्ण पदक जीत कर दोहरी सफलता हासिल की। जूनियर विश्व चैम्पियन के पूर्व उपविजेता सिरील ने फाइनल मुकाबले में पहला गेम गंवाने के बाद आर्यमान टंडन को 17-21, 23-21, 21-13 से हराया। महिला एकल के फाइनल में अश्मिता ने हमवतन गायत्री गोपीचंद को करीबी मुकाबले में 21-18, 25-23 पराजित किया। ध्रुव और कृष्णा प्रसाद गारगा की युवा पुरुष एकल जोड़ी ने रोमांचक मुकाबले में श्रीलंका के सचिन डियाज और बुवानेका गुणतिलखे की जोड़ी को 21-19, 19-21, 21-18 से हराया। मिश्रित युगल में ध्रुव और मेघना जक्काम्पुडी की जोड़ी ने दूसरी वरीयता प्राप्त श्रीलंका की सचिन डियाज और तिलिनि प्रमोदिका की जोड़ी को 21-16, 21-14 से हराया। ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धा में खिलाड़ियों ने 12 पदक जीते लेकिन इसमें 2 स्वर्ण शामिल रहे।
साउथ एशियन गेम्स में प्रीति ने जीता कांस्य
नेपाल की राजधानी काठमांडु में चल रहे साउथ एशियन गेम्स में जिले की लाडलियों की जीत सिलसिला जारी है। जलपरी दिव्या सतीजा के बाद जवां गांव की बेटी प्रीति लांबा ने 5 हजार मीटर दौड़ में कांस्य पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया। उनकी जीत से परिवार में खुशी की लहर है। सोमवार को फरीदाबाद पहुंचने पर उनका स्वागत किया जाएगा। प्रीति के कोच रोशन लाल मलिक ने बताया कि प्रीति ने दूसरी बार साउथ एशियन गेम्स में पदक जीतने में कामयाबी हासिल की है। वह बेंगलुरु में दक्षिण मध्य रेलवे में डीआरएम कार्यालय में कार्यरत हैं। प्रीति के पिता जगबीर सिंह लांबा ने कहा कि ग्रामीण अंचल की होने से उसे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन उसने परवाह न करते हुुए उपब्धियां हासिल कीं।
2 मेडल जीतकर लौटी शूटर काजल सैनी
साउथ एशियन गेम्स में 2 मेडल जीतकर शुक्रवार को स्वदेश लौटी राइफल शूटर काजल सैनी ने कहा कि इंटरनेशनल मेडल जीतना उनके लिए आसान नहीं था क्योंकि उनके अलावा परिवार के किसी अन्य सदस्य ने न तो कभी शूटिंग की है और न ही उन्हें इसके बारे में ज्यादा जानकारी थी। परिजनों ने हर कदम पर उनका साथ दिया। इसी का नतीजा है कि वह एक माह में 4 इंटरनेशनल मेडल जीतने में कामयाब रही। रोहतक की काजल दिल्ली से लौटते वक्त बहादुरगढ़ में पत्रकारों से बात कर रही थीं। काजल ने 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन के टीम इवेंट में गोल्ड व व्यक्तिगत स्पर्धा में ब्रांज मेडल जीता है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट कर काजल को बधाई दी। काजल सामाजिक संस्था रेडी-टू-हेल्प के संस्थापक अध्यक्ष विजय कुमार सैनी की बेटी हैं। इससे पूर्व नजफगढ़ में सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने काजल का भव्य स्वागत किया।

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