भारतीय खिलाड़ी बेटियां पुस्तक उत्कृष्ट लेखन का नायाब उदाहरण

जिस कृति में किसी मुद्दे विशेष को समझने के लिए उससे जुड़ी बारीकियों को गहराई से रेखांकित किया जाता है, वह उत्कृष्ट लेखन की परिधि में स्वत: आ जाता है। इसके अतिरिक्त यदि तथ्य और सत्य भी संदर्भ के अनुसार लालित्य और रोचकता लिये हों तो लेखन प्रभावोत्पादक बन जाता है। यह कहना है दिल्ली पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य सीमा गुप्ता का। आज प्रधानाचार्य गुप्ता ने भारतीय खिलाड़ी बेटियां पुस्तक देखने के बाद कहा कि खेलों में बेटियों को प्रोत्साहित करने का इससे बेहतर उदाहरण दूसरा नहीं हो सकता।

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