पैरा एथलेटिक्स विश्व चैंपियनशिप: भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन, दो गोल्ड सहित नौ पदक

भारत ने वर्ल्ड पैरा एथेलटिक्स चैंपियनशिप-2019 में अपना अभी तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर टूर्नामेंट का अंत किया है। भारत शनिवार को खत्म हुए इस टूर्नामेंट में 24वें स्थान पर रहा। लंदन-2017 में भारत 34वें स्थान पर रहा था और यह उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था, जिसे इस बर तोड़ दिया गया है। दुबई में भारत ने दो गोल्ड, दो सिल्वर और पांच ब्रॉन्ज मेडल हासिल किए। इसके बाद भारत के कई खिलाड़ी चौथे स्थान पर आकर पदक से भी चूके। भारत ने इस विश्व चैंपियनशिप से कुल 13 टोक्यो पैरालम्पिक-2020 कोटा हासिल किए। 
 
भारत के भालाफेंक खिलाड़ी संदीप चौधरी ने एफ-44 कैटेगरी में विश्व रिकॉर्ड बना स्वर्ण पदक हासिल किया। उन्होंने 64 कैटेगरी में भी अपना सर्वश्रेष्ठ 65.08 मीटर का थ्रो फेंक सोने का तमगा हासिल किया। इसी इवेंट में भारत के सुमित अंटिल ने 62.88 मीटर की थ्रो के साथ रजत पदक जीता। 
एफ-46 में सुंदर सिंह गुर्जर ने 61.22 मीटर की थ्रो फेंक अपना विश्व खिताब बचाए रखा। ऊंची कूद (टी63) में शरद कुमार और टी मरियप्पन ने रजत और कांस्य पदक जीतकर अगले साल होने वाले टोक्यो पैरालंपिक के लिए क्वॉलिफाई किया। 

भारतीय पैरालम्पिक समिति (पीसीआई) के अंतरिम अध्यक्ष गुरशरण सिंह ने इस प्रदर्शन पर संतोष जताते हुए कहा, “खिलाड़ियों ने हर किसी की उम्मीद से ज्यादा अच्छा प्रदर्शन किया है। मैं पूरी टीम को बधाई देना चाहता हूं। नौ पदक के अलावा कई खिलाड़ियों ने अपना सर्वश्रेष्ठ भी दिया। हम कुछ पोडियम हासिल करने से चूक गए। मुझे उम्मीद है कि सभी खिलाड़ी टोक्यो में बेहतर प्रदर्शन करेंगे।”

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