बीसीसीआई अध्यक्ष बनने को लेकर जानिए सौरव गांगुली ने क्या कुछ कहा

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के नए अध्यक्ष पद पर सौरव गांगुली का बैठना लगभग तय हो चुका है। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने इसको लेकर कहा है कि क्रिकेट के सबसे बड़े संस्थान का ध्यान रखना आसान नहीं होगा। ऐसी खबरें हैं कि गांगुली 14 अक्टूबर यानी कि आज बीसीसीआई अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगे।

गांगुली ने इसको लेकर कहा, 'मैं इस अपॉइंटमेंट से बहुत खुश हूं क्योंकि पिछले कुछ समय में बीसीसीआई की छवि को काफी नुकसान पहुंचा है और मेरे पास अच्छा मौका होगा कि मैं इस सुधारने के लिए कुछ कर सकूं।' गांगुली ने आगे कहा, 'आप भले ही निर्विरोध चुने जाएं या फिर किसी और तरह से ये एक बड़ी जिम्मेदारी है, क्रिकेट की दुनिया में ये सबसे बड़ा संस्थान है। भारत पावरहाउस है और ये एक बड़ा चैलेंज होगा।'

14 अक्टूबर नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख भी है। गांगुली मौजूदा समय में क्रिकेट असोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) के अध्यक्ष हैं। बीसीसीआई के नए नियम के मुताबिक कोई भी एडमिनिस्ट्रेटर लगातार छह साल ही काम कर सकता है। इस पर गांगुली ने कहा, 'ये नियम है और आपको इसका पालन करना होगा। मेरी पहली प्राथमिकता फर्स्ट क्लास क्रिकेटरों पर ध्यान देना होगी।'

इस वजह से 10 महीने से ज्यादा बीसीसीआई अध्यक्ष नहीं बन सकते गांगुली

गौरतलब है कि 47 वर्षीय सौरव गांगुली हाल ही में लगातार दूसरी बार ​निर्विरोध बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष चुने गए थे। अगर सौरव गांगुली बीसीसीआई के अध्यक्ष बनते हैं तो उनका कार्यकाल सिर्फ 10 महीने के करीब का होगा। क्योंकि बीसीसीआई के नए नियम के मुताबिक उन्हें अगले साल सितंबर में 3 साल के कूलिंग ऑफ पीरियड में जाना होगा। इसके तहत गांगुली अगने तीन साल तक बीसीसीआई के किसी भी पद पर नियुक्त नहीं हो सकेंगे।

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