मैरीकॉम का कांस्य के साथ सफर खत्म

भारत की चैम्पियन महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम को यहां जारी विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में 51 किलोग्राम भारवर्ग के सेमीफाइनल में तुर्की की बुसेनांज कारिकोग्लू के खिलाफ हार झेलनी पड़ी। रूस के उलान उदे शहर में चल रही वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में शनिवार को छह बार की चैम्पियन एमसी मैरीकॉम (51 किलो) के सेमीफाइनल में हार गईं। इस तरह अब उन्हें कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ेगा।

सेमीफाइनल में दूसरी वरीयता प्राप्त तुर्की की बुसेनाज साकिरोग्लू से 1-4 के अंतर से हराते हुए मैरी कॉम विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपने सातवें गोल्ड मेडल से चूक गईं। हलांकि सेमीफाइनल में मैरी कॉम को बुसेनाज से मिली हार के खिलाफ भारत ने मैच रेफरी के निर्णय के खिलाफ अपील दर्ज कराई जिसे खारिज कर दिया गया।

बाउट खत्म होने के बाद पांच जजों ने कारिकोग्लू के पक्ष में 28-29, 30-27, 29-28, 29-28, 30-27 से फैसला सुनाया। मैरी 48 किलोग्राम भारवर्ग में छह बार विश्व चैम्पियन रह चुकी हैं और 51 किलोग्राम भारवर्ग में यह विश्व चैम्पियनशिप में उनका पहला पदक है।

मैरीकॉम ने ओलंपिक कांस्य पदक (2012), पांच एशियाई खिताब, एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण भी जीता है। इस साल उन्होंने गुवाहाटी में इंडिया ओपन और इंडोनेशिया में प्रेसिडेंट ओपन में स्वर्ण पदक जीता। वह राज्यसभा सदस्य भी हैं।

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