मैरीकॉम के बाद मंजू रानी और जमुना बोरो ने भी किया पदक सुनिश्चित

रूस के उलान उदे शहर में चल रही वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गुरुवार को देश की बेहतरीन बॉक्सर मैरीकॉम ने पदक पक्का कर लिया। 51 किग्रा भारवर्ग के क्वार्टरफाइनल में कोलंबिया की विक्टोरिया वैलेंलिया को हराते हुए 'सुपरमॉम' मैरीकॉम ने सेमीफाइनल में जगह बनाई। इसी के साथ भारतीय महिला मुक्केबाज ने विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपना आठवां मेडल सुनिश्चित किया।

इसी के साथ 36 वर्षीय यह मुक्केबाज विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप में सर्वाधिक आठ मेडल जीतने वालीं मुक्केबाज बन चुकीं हैं। मैरीकॉम ने फेलिक्स सवान (7) और कैटी टेलर (6) को पछाड़ा। 48 किलोग्राम भारवर्ग में छह बार विश्व चैम्पियन रह चुकीं मैरी का यह 51 किलोग्राम भार वर्ग में वर्ल्ड चैंपियनशिप में पहला पदक होगा। वह हालांकि, इस भारवर्ग में 2014 एशियाई खेलों में स्वर्ण और 2018 एशियाई खेलों में कांस्य पदक भी जीत चुकी हैं। साथ ही इसी भार वर्ग में मैरी ने लंदन ओलंपिक 2012 में कांस्य जीता था।

मैरी की जीत के ठीक बाद 81+ भारवर्ग में भारत की कविता चहल को हार का स्वाद चखना पड़ा। बेलारूस की मुक्केबाज ने 4-1 के मुकाबले क्वार्टर फाइनल में उन्हें मात दी। इस कैटेगरी में सिर्फ सात मुक्केबाजी ही थी, जिसके बाद बाउट की शुरुआत ही क्वार्टर फाइनल राउंड से की गई थी।
भारत के अन्य मुक्केबाजों में आज दोपहर साढ़े तीन बजे मंजू रानी ने 48 किलो भारवर्ग में वर्ल्ड नंबर वन कोरिया की किम हेयांग मी को 4-1 से हराया। इसके साथ ही मंजू चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंचकर अपना पदक पक्का कर ली है।
दोपहर चार बजे इस चैंपियनशिप में भारत की जमुना बोरो ने 54 किलो भारवर्ग में जर्मनी के उर्सुला गोटलोब को 4-1 के से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई और पदक भी पक्का किया। इससे पहले जमुना ने क्वॉर्टरफाइनल में पहुंचने के लिए 5वीं सीड अल्जीरिया की ओयूदाद साफोउ को 5-0 से मात दी थी।
जमुना के अलावा दोपहर चार बजकर 40 मिनट पर भारत की लोवलिना बोरगोहैन पर भी देश की नजरें टिकी होंगी। बोरगोहैन ने 69 किलो भार वर्ग में मोरक्को की औमायमा बेल हबीब को 5-0 से मात दी थी। लोवलिना बोरगोहैन पिछली वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था।

आज के इस मैच में मैरी कॉम ने शुरुआत अच्छी की और दूरी बनाए रखते हुए दाएं जैब का इस्तेमाल किया। साथ ही वह दाएं हाथ से हुक भी लगा रही थीं। हल्के से बदले हुए स्टांस के साथ खेल रही मैरी बीच-बीच में चकमा दे बाएं जैब से सटीक पंच लगाने में भी सफल रहीं। उनकी विपक्षी मैरी की रणनीति समझ रही थीं और इसलिए एहतियात के साथ खेल रही थीं।
अंत में दोनों खिलाड़ी आक्रामक हो गईं। दूसरे दौर में दोनों मुक्केबाजों ने अच्छा किया, लेकिन मैरी अपनी विपक्षी से थोड़ा आगे रहीं। वह इंगोट के पास आते ही हुक का अच्छा इस्तेमाल कर रही थीं और यहीं वह इंगोट पर हावी रही थीं। तीसरे दौर में भी मैरी ने यही किया और जीत अपने नाम की।
इसके पहले छह बार की चैम्पियन एमसी मैरीकॉम ने बीते मंगलवार को थाईलैंड की जुटामास जिटपोंग को 5-0 से मात देते हुए क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया था। तीसरी वरीयता प्राप्त 36 वर्षीय मैरीकॉम को पहले दौर में बाई मिला था।

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