भालाफेंक में अनु रानी ने रचा इतिहास

फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय
दोहा। भारतीय महिला भालाफेंक एथलीट अनु रानी ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए यहां जारी विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड कायम कर फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है। अनु विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में महिलाओं की भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय बन गई हैं।
वर्ष 2014 की एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता अनु ने चैंपियनशिप में सोमवार को अपना खुद का पुराना रिकॉर्ड (62.34) तोड़ते हुए ग्रुप-ए के क्वालीफायर में 62.43 मीटर का थ्रो फेंककर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया और क्वालीफायर में पांचवें स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। फाइनल मंगलवार को होगा। 
इस साल अप्रैल में 23वीं एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतने वाली अनु ने अपने पहले प्रयास में 57.05, दूसरे में 62.43 (राष्ट्रीय रिकॉर्ड) और तीसरे प्रायस में 60.50 का थ्रो फेंका। 27 साल की अनु ने इससे पहले इस साल मार्च में पटियाला में हुए फेडरेशन कप में राष्ट्रीय रिकार्ड 62.34 मीटर का थ्रो फेंककर राष्ट्रीय रिकार्ड स्थापित किया था। 
इस बीच, अंजलि देवी 400 मीटर के फाइनल में जगह बनाने से चूक गईं। अंजलि 400 मीटर दौड़ हीट में छठे स्थान पर रहीं। वह 52.33 सेकेंड का ही समय निकाल पाई और 400 मीटर के फाइनल में जगह नहीं बना पाई। अर्चना भी महिलाओं की 200 मीटर दौड़ में हीट-2 में आठवें स्थान पर रहीं। वह 23.65 सेकेंड का ही समय निकाल पाई और फाइनल के लिए क्वालीफाई करने से वंचित रह गईं।
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