मिताली अब नहीं खेलेंगी टी-20

सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारत की पूर्व कप्तान मिताली राज ने मंगलवार को टी20 क्रिकेट को अलविदा कह दिया ताकि 2021 में होने वाले 50 ओवरों के विश्वकप के लिये वनडे क्रिकेट पर फोकस कर सके। 36 बरस की मिताली ने 32 टी20 मैचों में टीम की कप्तानी की है जिसमें तीन महिला टी20 विश्वकप (2012, 2014 और 2016) शामिल हैं। मिताली ने कहा,‘2006 से टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व करने के बाद अब मैं इस प्रारूप से संन्यास ले रही हूं ताकि 2021 वनडे विश्वकप पर ध्यान केंद्रित कर सकूं।’

मिताली ने टी20 क्रिकेट में 89 मैचों में 37.5 की औसत से भारत के लिये सर्वाधिक 2364 रन बनाये हैं। उनका सर्वोच्च स्कोर नाबाद 97 रन रहा। उन्होंने 1999 में इंगलैंड के खिलाफ गुवाहाटी में टी20 क्रिकेट में पदार्पण किया था। मिताली टी20 क्रिकेट में 2000 रन बनाने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर थी। संन्यास की घोषणा के बाद मिताली अब 50 ओवर के प्ररूप पर ज्यादा ध्यान दे सकेंगी जिसका विश्वकप 2021 में खेला जाना है। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम 2017 में खेले गये विश्वकप के फाइनल में पहुंची थी। उन्होंने कहा,‘देश के लिये विश्वकप जीतना मेरा सपना है और मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहती हूं। मैं बीसीसीआई को लगातार सहयोग के लिये धन्यवाद देती हूं और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी सीरीज़ के लिये भारतीय टी20 टीम को शुभकामना देती हूं।’ बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मिताली का फैसला सही और पहले से अपेक्षित था। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि उसने पिछले सप्ताह यह बयान क्यों दिया कि वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज़ में खेलना चाहती थी। अगले साल की शुरुआत में होने वाले टी20 विश्वकप के लिए वह अंतिम 11 में चयन की दावेदार नहीं है ऐसे में यह जरूरी है कि युवाओं को पर्याप्त मौके दिये जायें।’

एक सप्ताह पहले कहा था-टी20 के लिये उपलब्ध, मगर बदल गया मन
ऐसी संभावना थी कि मिताली मार्च में इंगलैंड के खिलाफ खेली गयी टी20 सीरीज़ के दौरान संन्यास लेंगी। उन्होंने पिछले सप्ताह कहा था कि वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 के लिए उपलब्ध है। मिताली ने हालांकि बाद में अपना मन बदल लिया। मिताली के भविष्य पर उसी समय से कयास लगाये जाने लगे थे जब पिछले साल टी20 विश्वकप के सेमीफाइनल मुकाबले में अंतिम 11 में उन्हें जगह नहीं मिली थी। उनके बाहर होने पर काफी विवाद हुआ था और मिताली ने कोच रमेश पवार पर उनके करियर को खत्म करने का आरोप लगाया था। यह भी माना जाता है कि टी20 टीम की कप्तान हरमनप्रीत सिंह से उनकी अनबन हो गयी। पवार को कोच पद से हटाये जाने के बाद डब्ल्यूवी रमन को टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया जिसके बाद यह विवाद खत्म हुआ।

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