प्रदर्शन नहीं क्षेत्रवाद के चलते मुझे नहीं मिला अर्जुन अवार्ड

पूर्व कप्तान दीपिका ठाकुर और उसके परिजन नाराज
खेलपथ प्रतिनिधि
सोनीपत। महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान और स्टार खिलाड़ी दीपिका के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी को नजरंदाज कर जूनियर खिलाड़ी का चयन अर्जुन अवार्ड के लिये कर दिया गया। परिजनों का कहना है कि दीपिका की उपलब्धियां अधिक हैं बावजूद उसे इस सम्मान से वंचित कर दिया गया है। दीपिका का कहना है कि सूची के लिए गठित की गई समिति ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर नहीं, बल्कि क्षेत्रवाद के आधार पर काम किया है। ऐसे में खिलाड़ियों का न सिर्फ मनोबल टूटता है, बल्कि देश के लिए की गई परफारमेंस की अनदेखी होती है।
दीपिका के पति कर्मबीर दहिया का कहना है कि एक तरफ सरकार खिलाड़ियों को बढ़ावा दे रही है, तो दूसरी तरफ देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों के परफॉरमेंस की अनदेखी कर रही है। उन्होंने बताया कि दीपिका ने भारत की राष्ट्रीय टीम का करीब 10 साल से हिस्सा बनकर लगातार देश को पदक दिलाने का काम किया है। जब उनका सम्मान देने की बात आई, तो उनकी अनदेखी कर दी गई। उन्होंने अर्जुन अवार्ड देने वाले समिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि समिति ने नार्थ-ईस्ट के खिलाड़ियों को तवज्जो दी है। उन्होंने बताया कि चिंगलेनसाना सिंह जूनियर खिलाड़ी है, जबकि दीपिका उससे बहुत सीनियर खिलाड़ी है। खेल मंत्री किरण रिजिजू से गुहार लगाते हुए उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार परफॉरमेंस के आधार पर दिया जाना चाहिए।
दीपिका ने चैम्पियन चैलेंज 2009 गोल्ड, एशिया कप में रजत, नेशनल टूर्नामेंट में कांस्य, पहले एशियन चैम्पियन ट्राफी 2010 में कांस्य, आस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरिज 2011 में दूसरा स्थान आदि कई उपलब्धियां प्राप्त की हैं। उसने क्वालीफाई टूर्नामेंट-2012 में रजत, तीसरे एशियन चैम्पियनिशप-2013 में रजत, आठवें एशिया कप-2013 कांस्य, 17वें एशियन गेम्स-2014 में कांस्य, टेस्ट सीरीज रोम-2014 विजेता, टेस्ट सीरीज स्पेन-2015 विजेता, एफआईएच वर्ल्ड लीग राउंड 2 दिल्ली-2015 में विजेता, 12वें सैफ गेम्स-2016 में स्वर्ण पदक, चौथी एशियन ट्राफी सिंगापुर-2016 में स्वर्ण पदक हासिल किया।
इसी तरह वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल कनाडा-2017 में विजेता, पांचवीं एशियन ट्राफी कोरिया-2018 रजत व एशियन गेम्स इंडोनेशिया-2018 में रजत पदक दिलाने में अहम योगदान दिया है। दीपिका ने भारत की राष्ट्रीय टीम में शामिल होकर एक ओलम्पिक, तीन वर्ल्ड कप, तीन कामनवेल्थ गेम्स, तीन एशियन गेम्स, दो एशिया कप व एक बार सैफ गेम्स प्रतियोगिता में शिरकत किया है। इस दौरान उन्होंने 240 के करीब मैच खेले हैं, जो अपने आप में एक रिकार्ड है। दीपिका को 2014 में बेस्ट डिफेंडर व 2015 में प्लेयर आफ द ईयर का अवार्ड भी मिला है।
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