बोल्ट का रिकार्ड तोड़ दूंगा : गुर्जर

भोपाल। मध्य प्रदेश के धावक रामेश्वर गुर्जर ने उम्मीद जतायी कि अगर उन्हें सही प्रशिक्षण मिला तो वह स्टार धावक उसैन बोल्ट के रिकार्ड को तोड़ देंगे। वायरल वीडियो में 19 साल के गुर्जर 100 मीटर की दौड़ नंगे पांव दौड़ते हुए 11 सेकेंड में पूरी करते हुए दिख रहे हैं। वह शिवपुरी जिले के नरवार गांव के किसान परिवार से हैं। उनके वीडियो को देखने के बाद राज्य के खेल मंत्री जीतू पटवारी ने उन्हें भोपाल बुलाया था। इस मुलाकात के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘उसेन बोल्ट ने रिकार्ड 9.58 सेकेंड में 100 मीटर की दौड़ को पूरा किया था। मुझे उम्मीद है कि सुविधाएं और उचित प्रशिक्षण मिलने के बाद मैं उस रिकार्ड को तोड़ दूंगा।’
बिना जूते, सड़क पर 11 सेकेंड में 100 मीटर की रेस खत्म करने का दावा करने वाले मध्यप्रदेश में शिवपुरी के नौजवान रामेश्वर गुर्जर को भोपाल के टीटी नगर स्टेडियम में सोमवार को "स्पीड टेस्ट" देना होगा. कुछ दिनों पहले गुर्जर का सड़क पर दौड़ते हुए वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो वायरल होने के बाद गुर्जर को मध्य प्रदेश के खेल मंत्री का फोन आया, एनडीटीवी से बात करते हुए गुर्जर ने मुस्कुराते हुए कहा, "मेरे भैंसें खो गई थी, मैं उन्हें तलाश रहा था जब मुझे खेल मंत्री का फोन आया. मैं देश के लिए मेडल जीतना चाहता हूं. सरकार की तरफ से मुझे बेहतर ट्रेनिंग सुविधाएं मुहैया कराने का भरोसा मिला है. मैं सरकार के इस विश्वास को नहीं तोड़ूंगा. मैंने टीवी पर उसेन बोल्ट को देखा था, मैं सोचता था कि कोई भारतीय इनके रिकॉर्ड को क्यों नहीं तोड़ सकता.
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी खेल मंत्री किरण रिजिजू को टैग करते हुए गुर्जर का वीडियो शेयर किया था. शिवराज ने लिखा भारत ऐसी व्यक्तिगत प्रतिभा का धनी है. अगर इन्हें सही अवसर और सही प्लेटफॉर्म मिले तो ये लोग निश्चित तौर पर नया इतिहास रचते हुए दिखाई देंगे.' केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने जवाब देते हुए कहा 'शिवराज सिंह जी किसी को कहिए कि इन्हें मेरे पास लेकर आए. मैं उन्हें ऐथलेटिक एकेडमी में रखने के लिए पूरा इंतजाम करूंगा.'
गुर्जर ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में शिवपुरी जिले के सिकंदरपुर-नरवर के मूल निवासी हैं. राज्य के खेल मंत्री जीतू पटवारी ने कहा," वह राष्ट्रीय स्तर पर नाम कमा सकते हैं अगर उन्हें सही पेशेवर मार्गदर्शन दिया जाए. भोपाल में आने वाले दिनों में उनकी प्रतिभा का अनुभवी कोच पहली परीक्षण करेंगे. सरकार की तरफ से रामेश्वर को आगे ट्रेनिंग देने के लिए सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी. अगर किसी के पास बेहतर परफॉर्म करने की क्षमता है तो सरकार की तरफ से उसे हमेशा सहायता मिलेगी.'
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