के.डी. हॉस्पिटल में दूरबीन विधि से युवक के गुर्दे का सफल ऑपरेशन

यूरोलॉजिस्ट डॉ. अकील लतीफ के प्रयासों से ललित कुमार पूरी तरह स्वस्थ
मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के विशेषज्ञ यूरोलॉजिस्ट डॉ. अकील लतीफ ने दो साल से कमर दर्द से परेशान अलीगढ़ निवासी ललित कुमार (30) के गुर्दे का दूरबीन विधि से सफल ऑपरेशन कर उसे नया जीवन दिया है। अब ललित कुमार पूरी तरह से स्वस्थ है तथा उसकी कमर दर्द की समस्या भी पूरी तरह से दूर हो गई है। मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अलीगढ़ निवासी ललित कुमार पिछले दो साल से कमर दर्द से परेशान था। उसे चलने-फिरने में भी दिक्कत थी। उसने कई चिकित्सकों को दिखाया लेकिन उसे लाभ नहीं मिला। आखिरकार उसे के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर लाया गया। यूरोलॉजिस्ट डॉ. अकील लतीफ ने ललित कुमार की गम्भीर स्थिति को देखते हुए उसका अल्ट्रासाउण्ड और सीटी स्कैन कराई जिससे पता चला कि उसकी दाईं किडनी काम नहीं कर रही तथा उसमें पानी भरा हुआ है। डॉ. अकील लतीफ ने परिजनों को ऑपरेशन की सलाह दी।
परिजनों की स्वीकृति के बाद डॉ. अकील लतीफ और उनकी टीम द्वारा ललित कुमार के गुर्दे का दूरबीन विधि से ऑपरेशन किया गया। के.डी. हॉस्पिटल में पहली बार दूरबीन पद्धति से किसी मरीज के गुर्दे का सफल ऑपरेशन किया गया। इस ऑपरेशन में डॉ. अकील लतीफ का सहयोग यूरोलॉजिस्ट डॉ. यूनिस मुश्ताक, डॉ. सुप्रिया चौहान, डॉ. शुभम गुप्ता, डॉ. प्रभात यादव, निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. मंजू सक्सेना, डॉ. दिव्या तथा ओटी टेक्नीशियन योगेश ने किया।
यूरोलॉजिस्ट डॉ. अकील लतीफ का कहना है कि ऑपरेशन में मरीज के गुर्दे को हटा दिया गया। ऑपरेशन के तीन दिन बाद ही मरीज का कमर दर्द पूरी तरह से ठीक हो गया। उन्होंने बताया कि के.डी. हॉस्पिटल में उन्नत तकनीकों से किए जा रहे ऑपरेशन से मरीज को जल्द आराम मिलता है और रिकवरी भी तेज होती है। डॉ. अकील लतीफ ने बताया कि मरीज की दूरबीन द्वारा गुर्दे की सर्जरी, जिसे लैप्रोस्कोपिक या एंडोस्कोपिक गुर्दा सर्जरी भी कहा जाता है, एक न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया है जिसमें गुर्दे की पथरी या अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए छोटे चीरों का उपयोग किया जाता है।
डॉ. अकील लतीफ ने बताया कि दूरबीन विधि में एक पतली, लचीली दूरबीन (एंडोस्कोप) को मूत्रमार्ग, मूत्राशय और मूत्रवाहिनी के माध्यम से गुर्दे में डाला जाता है, जिससे सर्जन को आंतरिक अंगों को देखने और सर्जरी करने में आसानी होती है। डॉ. अकील लतीफ ने बताया कि एडवांस लेप्रोस्कोपी सर्जरी की अतिविशिष्ट तकनीक है। यह सामान्य सर्जरी से काफी फायदेमंद है तथा उन मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है जो सर्जरी से घबराते हैं।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के चेयरमैन श्री मनोज अग्रवाल, डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका, चिकित्सा निदेशक डॉ. राजेन्द्र कुमार ने सफल सर्जरी के लिए यूरोलॉजिस्ट डॉ. अकील लतीफ और उनकी टीम को बधाई देते हुए ललित कुमार के स्वस्थ, सुखद जीवन की कामना की है।
चित्र कैप्शनः ललित कुमार के गुर्दे की सर्जरी करने वाले विशेषज्ञ यूरोलॉजिस्ट डॉ. अकील लतीफ और डॉ. यूनिस मुश्ताक।