सात साल में ही सायना नेहवाल और पी. कश्यप की राहें जुदा

दिग्गज शटलर ने इंस्टाग्राम पर लिखा- मैंने लिया अलग होने का फैसला

खेलपथ संवाद

नई दिल्ली। भारतीय बैडमिंटन स्टार और ओलम्पिक मेडलिस्ट सायना नेहवाल और उनके पति परुपल्ली कश्यप ने एक-दूसरे से अलग होने का फैसला लिया है। सायना और कश्यप ने लम्बे रिलेशनशिप के बाद 14 दिसम्बर 2018 को शादी की थी। अब सात साल बाद दोनों का यह रिश्ता टूटने वाला है। सायना ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये कश्यप से अलग होने के फैसले को सार्वजनिक किया।

पति कश्यप से अलग होने की घोषणा करते हुए सायना नेहवाल ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा, 'जिंदगी कभी-कभी हमें अलग-अलग दिशाओं में ले जाती है। बहुत सोच-विचार के बाद, परुपल्ली कश्यप और मैंने अलग होने का फैसला किया है।' सायना ने आगे लिखा, 'हम अपने और एक-दूसरे के लिए शांति, विकास और अच्छी सेहत का चुनाव कर रहे हैं। मैं उन यादों के लिए आभारी हूं और आगे के लिए केवल शुभकामनाएं ही चाहती हूं।' 35 साल की बैडमिंटन स्टार सायना ने इस कठिन समय के दौरान कश्यप और उनकी निजता को समझने और उसका सम्मान करने के लिए प्रशंसकों को धन्यवाद भी दिया।

फिटनेस के कारण बैडमिंटन से अलग हुई राहें...

अपने खेल को लेकर सितम्बर 2024 में एक पॉडकास्ट के दौरान सायना ने कहा था, 'मेरे घुटने की स्थिति अच्छी नहीं है। मुझे गठिया है। मेरा कार्टिलेज खराब हो गया है। ऐसे में आठ-नौ घंटे तक खेल से जुड़े रहना बहुत मुश्किल है।' सायना नेहवाल ने लंदन ओलंपिक 2012 में कांस्य पदक जीता था। तीन बार ओलम्पिक खेलों में भाग लेने वाली नेहवाल ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं थीं। राष्ट्रमंडल खेल 2010 और 2018 की स्वर्ण पदक विजेता सायना के पति परुपल्ली कश्यप भी दिग्गज खिलाड़ी रहे हैं।

हरियाणा की रहने वाली सायना ने अपने करियर की शुरुआत में 2008 में बीडब्ल्यू विश्व जूनियर चैम्पियनशिप जीतकर सभी का ध्यान आकर्षित किया था। 2009 में, साइना बीडब्ल्यूएफ सुपर सीरीज प्रतियोगिता जीतने वाली पहली भारतीय बनीं। खेल जगत में सायना के उल्लेखनीय योगदान को देखते हुए 2009 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार और 2010 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

कश्यप ने 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों में जीता था स्वर्ण पदक

सायना के 38 वर्षीय पति परुपल्ली कश्यप ने 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। इसके अलावा वे कई अन्य प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं के भी विजेता रह चुके हैं। उन्होंने पूर्व ऑल-इंग्लैंड चैंपियन प्रकाश पादुकोण और पुलेला गोपीचंद से प्रशिक्षण लिया। कश्यप की पत्नी सायना को खेल में दुनिया की नंबर-1 रैंकिंग हासिल करने वाली एकमात्र महिला भारतीय खिलाड़ी होने का गौरव भी हासिल है।

खेल जगत में परुपल्ली कश्यप का प्रदर्शन

कश्यप ओलंपिक के क्वार्टर-फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी भी हैं। 2012 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों के दौरान उन्होंने यह सफलता हासिल की थी। 2013 में अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग नंबर-6 हासिल करने वाले कश्यप लगातार चोटों से जूझते रहे। यही कारण है कि वे खेल की दुनिया में निरंतरता बरकरार रखने में संघर्ष करते रहे।

रिलेटेड पोस्ट्स