योग्यता आधारित चिकित्सा शिक्षा समय की मांगः डॉ. दिनेश कुमार

के.डी. मेडिकल कॉलेज में बीसीएमई पर तीन दिवसीय कार्यशाला का समापन

मथुरा। के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर की चिकित्सा शिक्षा इकाई और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय बेसिक कोर्स इन मेडिकल एज्यूकेशन (चिकित्सा शिक्षा में बुनियादी पाठ्यक्रम) पर तीन दिवसीय कार्यशाला का गुरुवार शाम को समापन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विषयों के 30 संकाय सदस्यों को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के पर्यवेक्षक डॉ. दिनेश कुमार, प्राचार्य और डीन डॉ. आर.के. अशोका तथा बीसीएमई के समन्वयक डॉ. अमित कुमार जैन द्वारा प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए।

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) के दिशा-निर्देशों तथा डॉ. दिनेश कुमार निदेशक मेडिकल एज्यूकेशन यूनिट मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली की देखरेख में आयोजित बेसिक कोर्स इन मेडिकल एज्यूकेशन (चिकित्सा शिक्षा में बुनियादी पाठ्यक्रम) कार्यशाला में 30 संकाय सदस्यों को योग्यता आधारित चिकित्सा शिक्षा से परिचित कराने के साथ ही उन्हें शिक्षण-अधिगम विधियों में सुधार करने तथा मूल्यांकन तकनीकों को बढ़ाने की जानकारी दी गई।

कार्यशाला के पहले दिन जहां प्रतिभागियों ने सीखने की प्रक्रिया, सीखने के डोमेन और सीखने के सिद्धांतों का पता लगाया वहीं योग्यता आधारित चिकित्सा शिक्षा (सीबीएमई) के ढांचे के भीतर लक्ष्यों, भूमिकाओं और दक्षताओं पर विशेषज्ञों से अनुभव हासिल किया। कार्यशाला के दूसरे दिन प्रतिभागियों ने मूल्यांकन के सिद्धांतों को समझा। विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को आंतरिक मूल्यांकन और रचनात्मक मूल्यांकन पर विशेष जानकारी दी। विशेषज्ञों ने संकाय सदस्यों को पाठ योजनाएं विकसित करना, मूल्यांकन डिजाइन तथा स्व-निर्देशित शिक्षण और मार्गदर्शन तकनीकों के उपयोग की जानकारी भी दी। कार्यशाला के समापन अवसर पर पर्यवेक्षक डॉ. दिनेश कुमार ने कहा कि योग्यता आधारित चिकित्सा शिक्षा समय की मांग है।

आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल तथा के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) के इस शिक्षण-प्रशिक्षण कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे चिकित्सकों को मिला तकनीकी और व्यावहारिक ज्ञान मरीजों और विद्यार्थियों के लिए लाभकारी होगा। के.डी. मेडिकल कॉलेज के डीन और प्राचार्य डॉ. आर.के. अशोका ने अपने सम्बोधन में कहा कि इससे संकाय सदस्यों को मेडिकल शिक्षा तथा चिकित्सा में हो रहे बदलावों की जो महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हुई, इससे उनके कार्य और गुणवत्ता में अवश्य सुधार होगा।

कार्यशाला में के.डी. मेडिकल कॉलेज की चिकित्सा शिक्षा समिति के समन्वयक प्रो. (डॉ.) अमित कुमार जैन तथा पाठ्यक्रम समिति के सदस्यों प्रो. (डॉ.) वी.पी. पांडेय, प्रो. (डॉ.) मंजू पाण्डेय, प्रो. (डॉ.) विक्रम शर्मा, प्रो. (डॉ.) अम्बरीश कुमार, प्रो. (डॉ.) प्रणीता सिंह,  प्रो. (डॉ.) तेजेन्द्र सिंह, प्रो. (डॉ.) आशुतोष कुमार सिंह, प्रो. (डॉ.) गगन दीप, प्रो. (डॉ.) संगीता सिंह, प्रो. (डॉ.) अमित अग्रवाल, असिस्टेंट प्रो. (डॉ.) मोहर सिंह, डॉ. वंदना बाथम, डॉ. दुष्यंत कुमार आदि ने विभिन्न विषयों में अपने-अपने अनुभव साझा किए। अंत में कार्यशाला के समन्वयक डॉ. अमित कुमार जैन ने कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी का आभार माना।

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